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दिल्ली में दिवाली के बाद वायु गुणवत्ता खराब, यमुना में प्रदूषण बढ़ा

दिल्ली में दिवाली के बाद वायु गुणवत्ता खराब, यमुना में प्रदूषण बढ़ा

दिल्ली में दिवाली के बाद वायु गुणवत्ता खराब

बुधवार सुबह दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ रही, क्योंकि दिवाली के बाद लगातार छठे दिन शहर में धुंध की पतली परत छाई रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने सुबह 8 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 358 दर्ज किया। अलीपुर, बवाना और मुंडका जैसे क्षेत्रों में एक्यूआई 400 से अधिक दर्ज किया गया, जो गंभीर प्रदूषण स्तर को दर्शाता है।

यमुना नदी में प्रदूषण

कलिंदी कुंज में यमुना नदी पर मोटी जहरीली झाग देखी गई, जो नदी में उच्च प्रदूषण स्तर को दर्शाती है।

पटाखा प्रतिबंध पर सुप्रीम कोर्ट की प्रतिक्रिया

सुप्रीम कोर्ट ने दिवाली के दौरान पटाखा प्रतिबंध के अप्रभावी प्रवर्तन पर दिल्ली सरकार से सवाल किया। न्यायमूर्ति अभय एस ओका और ऑगस्टिन जॉर्ज मसीह ने प्रदूषण से निपटने और प्रतिबंध को लागू करने के लिए उठाए गए कदमों का विवरण देने के लिए एक हलफनामा मांगा। अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल अर्चना पाठक दवे ने दिवाली पर प्रदूषण में 10% से 27% की वृद्धि की सूचना दी।

Doubts Revealed


वायु गुणवत्ता -: वायु गुणवत्ता यह बताती है कि हवा कितनी स्वच्छ या प्रदूषित है। इसे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) का उपयोग करके मापा जाता है, जो हमें बताता है कि हवा सांस लेने के लिए कितनी सुरक्षित या हानिकारक है।

AQI -: AQI का मतलब वायु गुणवत्ता सूचकांक है। यह एक संख्या है जिसका उपयोग यह बताने के लिए किया जाता है कि हवा वर्तमान में कितनी प्रदूषित है या भविष्य में कितनी प्रदूषित होने की संभावना है।

धुंध -: धुंध एक प्रकार का वायु प्रदूषण है जो मोटे कोहरे जैसा दिखता है। यह वाहनों और कारखानों से निकलने वाले धुएं और अन्य प्रदूषकों के कारण होता है।

दीवाली -: दीवाली भारत में मनाया जाने वाला एक प्रमुख हिंदू त्योहार है, जिसे रोशनी का त्योहार कहा जाता है। इसमें दीप जलाना, पटाखे फोड़ना और परिवार और दोस्तों के साथ जश्न मनाना शामिल है।

सुप्रीम कोर्ट -: सुप्रीम कोर्ट भारत की सर्वोच्च न्यायिक अदालत है। यह कानूनी मामलों पर महत्वपूर्ण निर्णय लेती है और सुनिश्चित करती है कि कानूनों का पालन हो।

पटाखा प्रतिबंध -: पटाखा प्रतिबंध एक नियम है जो लोगों को पटाखे चलाने से रोकता है। यह अक्सर शोर और वायु प्रदूषण को कम करने के लिए किया जाता है, विशेष रूप से दीवाली जैसे त्योहारों के दौरान।

हलफनामा -: हलफनामा एक लिखित बयान है जो शपथ के तहत दिया जाता है। इसका उपयोग अदालत में तथ्यों और जानकारी प्रस्तुत करने के लिए किया जाता है।

यमुना नदी -: यमुना नदी भारत की प्रमुख नदियों में से एक है। यह कई राज्यों से होकर बहती है, जिसमें दिल्ली भी शामिल है, और अक्सर प्रदूषण से प्रभावित होती है।

विषाक्त झाग -: विषाक्त झाग एक हानिकारक पदार्थ है जो प्रदूषण के कारण जल निकायों पर बनता है। यह पानी में रसायनों और कचरे के कारण होता है, जिससे यह मनुष्यों और जानवरों के लिए असुरक्षित हो जाता है।
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