कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने बीजेपी के नफरत भरे भाषणों की आलोचना की
नई दिल्ली, भारत – कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर आरोप लगाया है कि उनके भाषणों से नफरत फैल रही है, जो महिलाओं, बच्चों और देश की सुरक्षा के लिए खतरा है। तिवारी ने जोर देकर कहा कि भारत की स्वतंत्रता के 70 वर्षों में किसी भी सरकार ने चुनावों के दौरान ऐसा विभाजनकारी भाषण नहीं दिया है।
बीजेपी के खिलाफ आरोप
तिवारी ने कहा कि बीजेपी के भाषण देश के इतिहास में पहले कभी नहीं देखे गए नफरत का माहौल बना रहे हैं। उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अनुचित गिरफ्तारी को भी बीजेपी की रणनीति का हिस्सा बताया।
झारखंड चुनाव
झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के नेता मनोज पांडे ने झारखंड में अबुआ की सरकार बनाने का विश्वास जताया और सुझाव दिया कि बीजेपी को एक भी सीट जीतना एक उपलब्धि मानना चाहिए। झारखंड विधानसभा चुनाव का पहला चरण 13 नवंबर को समाप्त हुआ, जिसमें 81 में से 43 सीटों पर मतदान हुआ। शेष चुनाव 20 नवंबर को होंगे और मतगणना 23 नवंबर को होगी।
Doubts Revealed
कांग्रेस -: कांग्रेस भारत की प्रमुख राजनीतिक पार्टियों में से एक है। यह लंबे समय से है और भारत के इतिहास में बड़ी भूमिका निभाई है।
प्रमोद तिवारी -: प्रमोद तिवारी भारत में कांग्रेस पार्टी के नेता और सांसद (MP) हैं। सांसद वे लोग होते हैं जो देश के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए चुने जाते हैं।
बीजेपी -: बीजेपी का मतलब भारतीय जनता पार्टी है, जो भारत की एक और प्रमुख राजनीतिक पार्टी है। यह वर्तमान में देश की सत्तारूढ़ पार्टियों में से एक है।
नफरत भरे भाषण -: नफरत भरे भाषण वे बातें या वक्तव्य होते हैं जो लोगों के बीच गुस्सा और नापसंदगी फैलाते हैं। ये लोगों को परेशान कर सकते हैं और समाज में समस्याएं पैदा कर सकते हैं।
झारखंड चुनाव -: झारखंड भारत का एक राज्य है, और चुनाव वहां के नेताओं को चुनने के लिए होते हैं जो राज्य का शासन करेंगे। ये चुनाव तय करते हैं कि वहां रहने वाले लोगों के लिए महत्वपूर्ण निर्णय कौन करेगा।
हेमंत सोरेन -: हेमंत सोरेन झारखंड के मुख्यमंत्री (CM) हैं, जिसका मतलब है कि वे उस राज्य की सरकार के प्रमुख हैं। वे निर्णय लेने और राज्य चलाने के लिए जिम्मेदार हैं।
जेएमएम -: जेएमएम का मतलब झारखंड मुक्ति मोर्चा है, जो झारखंड की एक राजनीतिक पार्टी है। वे झारखंड के लोगों और उनके हितों का प्रतिनिधित्व करने के लिए काम करते हैं।
अबुआ की सरकार -: अबुआ की सरकार उस सरकार को संदर्भित करती है जिसे जेएमएम नेता मनोज पांडे झारखंड में बनाना चाहते हैं। ‘अबुआ’ झारखंड में स्थानीय रूप से इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द है, जिसका मतलब ‘हमारा अपना’ है।
चुनाव का पहला चरण -: चुनाव अक्सर चरणों में होते हैं, जिसका मतलब है कि वे समय की अवधि में भागों में होते हैं। पहला चरण चुनाव प्रक्रिया का प्रारंभिक भाग होता है।