तमिलनाडु में हिज्ब-उत-तहरीर गतिविधियों के लिए एनआईए ने दो को गिरफ्तार किया
रविवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने तमिलनाडु के पांच जिलों में 10 स्थानों पर व्यापक तलाशी के बाद दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया।
कौन गिरफ्तार हुए?
गिरफ्तार व्यक्तियों में थंजावुर जिले के अब्दुल रहमान और मुजीबुर रहमान शामिल हैं।
हिज्ब-उत-तहरीर क्या है?
हिज्ब-उत-तहरीर एक अंतरराष्ट्रीय पैन-इस्लामिस्ट और कट्टरपंथी संगठन है जिसका उद्देश्य इस्लामी खिलाफत की पुनः स्थापना करना और इसके संस्थापक तकी अल-दीन अल-नभानी द्वारा लिखित संविधान को लागू करना है।
वे क्या कर रहे थे?
एनआईए के अनुसार, गिरफ्तार व्यक्तियों ने युवाओं को कट्टरपंथी विचारधाराओं से प्रभावित करने के लिए गुप्त कक्षाएं आयोजित कीं। उन्होंने लोकतंत्र, भारतीय संविधान, कानून और न्यायपालिका को इस्लाम विरोधी बताया। उन्होंने भारत को ‘दारुल कुफ्र’ (अविश्वासियों की भूमि) बताया और इसे ‘दारुल इस्लाम’ में बदलने के लिए हिंसक जिहाद के माध्यम से इस्लामी राज्य स्थापित करने की बात की।
क्या जब्त किया गया?
तलाशी के दौरान, एनआईए ने मोबाइल फोन, लैपटॉप, सिम कार्ड और मेमोरी कार्ड जैसे डिजिटल उपकरण जब्त किए। उन्होंने कई आपत्तिजनक दस्तावेज भी पाए, जिनमें हिज्ब-उत-तहरीर, खिलाफत, इस्लामिक स्टेट और प्रस्तावित खिलाफत सरकार और इसके वित्तीय ढांचे की विचारधारा से संबंधित किताबें और प्रिंटआउट शामिल थे।
वर्तमान स्थिति
मामले की जांच RC-01/2024/NIA/CHE के तहत जारी है।