भारत में नए आपराधिक कानून: नवीन कुमार ने समझाया बदलाव
नए कानूनों का परिचय
1 जुलाई को, भारत में नए आपराधिक कानून लागू हुए। इन कानूनों को भारतीय न्याय संहिता (BNS), भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS), और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (BSA) कहा जाता है। ये पुराने कानूनों: भारतीय दंड संहिता (IPC), आपराधिक प्रक्रिया संहिता (CrPC), और भारतीय साक्ष्य अधिनियम की जगह लेते हैं।
नवीन कुमार का बयान
झारखंड उच्च न्यायालय में अधिवक्ता संघ के महासचिव, नवीन कुमार ने कहा कि ये नए कानून बदलते भारत की जरूरतों को पूरा करने के लिए बनाए गए हैं और समय पर न्याय सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने बताया कि वकीलों और न्यायिक अधिकारियों को सुचारू परिवर्तन सुनिश्चित करने के लिए प्रशिक्षण दिया गया है।
नए कानूनों का विवरण
कानून | अनुभाग | बदलाव |
---|---|---|
भारतीय न्याय संहिता (BNS) | 358 | 20 नए अपराध जोड़े गए, 33 अपराधों के लिए सजा बढ़ाई गई, 83 अपराधों के लिए जुर्माना बढ़ाया गया, 23 अपराधों के लिए न्यूनतम सजा अनिवार्य की गई, 6 अपराधों के लिए सामुदायिक सेवा दंड, 19 अनुभाग हटाए गए। |
भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) | 531 | 177 प्रावधान बदले गए, 9 नए अनुभाग, 39 नए उप-अनुभाग, 44 नए प्रावधान, 35 अनुभागों में समयसीमा जोड़ी गई, 35 स्थानों पर ऑडियो-वीडियो प्रावधान जोड़ा गया, 14 अनुभाग हटाए गए। |
भारतीय साक्ष्य अधिनियम (BSA) | 170 | 24 प्रावधान बदले गए, 2 नए प्रावधान, 6 उप-प्रावधान जोड़े गए, 6 प्रावधान हटाए गए। |
स्वीकृति और कार्यान्वयन
नए कानूनों को 21 दिसंबर 2023 को संसद द्वारा पारित किया गया और 25 दिसंबर 2023 को राष्ट्रपति की स्वीकृति मिली। इन्हें उसी दिन आधिकारिक राजपत्र में प्रकाशित किया गया।