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रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत का रुख: एस जयशंकर और एनालेना बेयरबॉक ने शांति समाधान पर चर्चा की

रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत का रुख: एस जयशंकर और एनालेना बेयरबॉक ने शांति समाधान पर चर्चा की

रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत का रुख: एस जयशंकर और एनालेना बेयरबॉक ने शांति समाधान पर चर्चा की

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बर्लिन में जर्मन विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक के साथ एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत की स्थिति पर जोर दिया। जयशंकर ने कहा कि मतभेदों को युद्ध से नहीं बल्कि संवाद और वार्ता के माध्यम से सुलझाया जाना चाहिए।

शांति पहलों में भारत की भागीदारी

जयशंकर ने पिछले ढाई वर्षों में विभिन्न पहलों में भारत की भागीदारी पर प्रकाश डाला, जिसमें ग्रीन कॉरिडोर और ज़ापोरिज़्ज़िया परमाणु स्टेशन से संबंधित सुरक्षा मामलों का उल्लेख किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बैठकों का भी उल्लेख किया।

प्रधानमंत्री मोदी के कूटनीतिक प्रयास

पीएम मोदी ने जुलाई में रूस का दौरा किया, जून में इटली में राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की से मुलाकात की और अगस्त में कीव गए। इन दौरों के दौरान, मोदी ने दोनों राष्ट्रपतियों के साथ विस्तृत चर्चा की, यह जोर देते हुए कि संवाद ही संघर्ष का एकमात्र समाधान है।

जयशंकर ने दोहराया कि भारत शांतिपूर्ण समाधान में विश्वास करता है और वार्ता आवश्यक है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इन चर्चाओं के प्रभावी होने के लिए रूस को शामिल करना आवश्यक है।

शांति के प्रति भारत की प्रतिबद्धता

23 अगस्त को यूक्रेन की यात्रा करने वाले मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री बने, जिन्होंने 1992 में राजनयिक संबंध स्थापित होने के बाद से यूक्रेन का दौरा किया। ज़ेलेंस्की के साथ अपनी बैठक के दौरान, मोदी ने शांति के प्रति भारत की प्रतिबद्धता और इसे प्राप्त करने में सक्रिय भूमिका निभाने की तत्परता को दोहराया।

Doubts Revealed


एस जयशंकर -: एस जयशंकर भारत के विदेश मंत्री हैं। वह भारत के अन्य देशों के साथ संबंधों का प्रबंधन करने के लिए जिम्मेदार हैं।

एनालेना बेयरबॉक -: एनालेना बेयरबॉक जर्मनी की विदेश मंत्री हैं। वह जर्मनी के अंतरराष्ट्रीय संबंधों और कूटनीति को संभालती हैं।

रूस-यूक्रेन युद्ध -: रूस-यूक्रेन युद्ध रूस और यूक्रेन के बीच एक संघर्ष है जो 2014 में शुरू हुआ था। इसमें क्षेत्र और शासन पर लड़ाई और असहमति शामिल है।

संवाद और वार्ता -: संवाद और वार्ता का मतलब है समस्याओं को शांति से हल करने के लिए बात करना और चर्चा करना बजाय लड़ाई के।

शांति पहल -: शांति पहल वे कार्य हैं जो शांति को बढ़ावा देने और संघर्षों को रोकने के लिए किए जाते हैं। इनमें बैठकें, वार्ताएं और समझौते शामिल हो सकते हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी -: नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री हैं। वह सरकार के प्रमुख हैं और देश के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेते हैं।

कूटनीतिक प्रयास -: कूटनीतिक प्रयास तब होता है जब देश समस्याओं को चर्चा और समझौतों के माध्यम से हल करने की कोशिश करते हैं बजाय लड़ाई के।
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