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कॉमनवेल्थ गेम्स से हॉकी की अनुपस्थिति पर भारतीय कोच और कप्तान की प्रतिक्रिया

कॉमनवेल्थ गेम्स से हॉकी की अनुपस्थिति पर भारतीय कोच और कप्तान की प्रतिक्रिया

कॉमनवेल्थ गेम्स से हॉकी की अनुपस्थिति पर भारतीय कोच और कप्तान की प्रतिक्रिया

नई दिल्ली, भारत – भारतीय पुरुष हॉकी टीम जर्मनी के खिलाफ एक श्रृंखला की तैयारी कर रही है, लेकिन 2026 में ग्लासगो में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स पर एक बादल मंडरा रहा है। हॉकी के साथ-साथ क्रिकेट, बैडमिंटन और कुश्ती को भी इस आयोजन से बाहर कर दिया गया है, जिससे भारत के पदक की संभावनाओं पर असर पड़ेगा। ये खेल 23 जुलाई से 2 अगस्त 2026 तक ग्लासगो के चार स्थलों पर आयोजित होंगे।

कोच क्रेग फुल्टन की प्रतिक्रिया

मुख्य कोच क्रेग फुल्टन ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की, “मुझे इस पर सोचने के लिए समय चाहिए। यह जैसा है वैसा ही है। दुर्भाग्यवश, मैं आज के बारे में सोच रहा हूं। कल और परसों क्या होगा, वह आगे की बात है।”

कप्तान हरमनप्रीत सिंह के विचार

टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने भी अपने विचार साझा किए, “मुझे अभी इसके बारे में पता चला। लेकिन मुझे लगता है कि यह हमारे लिए एक लक्ष्य था और इस बार हमारा लक्ष्य स्वर्ण पदक था। यह हमारे हाथ में नहीं है। फिलहाल, ये दो मैच हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं।”

भारत की हॉकी विरासत

फील्ड हॉकी की अनुपस्थिति 1998 में इसके पदार्पण के बाद पहली बार है जब यह कॉमनवेल्थ गेम्स का हिस्सा नहीं होगी। भारत ने सीडब्ल्यूजी में हॉकी में छह पदक जीते हैं, जिससे वे ऑस्ट्रेलिया के बाद दूसरे सबसे सफल टीम बन गए हैं। भारत का बैडमिंटन, टेबल टेनिस और स्क्वैश में भी सीडब्ल्यूजी में मजबूत रिकॉर्ड है।

जर्मनी के खिलाफ आगामी मैच

भारतीय टीम 23-24 अक्टूबर को नई दिल्ली के मेजर ध्यान चंद नेशनल स्टेडियम में जर्मनी का सामना करेगी। यह एक दशक बाद नई दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय हॉकी की वापसी का प्रतीक है, जिसमें कई पूर्व हॉकी सितारों के शामिल होने की उम्मीद है।

Doubts Revealed


कॉमनवेल्थ गेम्स -: कॉमनवेल्थ गेम्स एक बहु-खेल आयोजन है जो हर चार साल में आयोजित होता है, जिसमें कॉमनवेल्थ ऑफ नेशंस के एथलीट शामिल होते हैं, जिसमें भारत, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा जैसे देश शामिल हैं।

बहिष्कार -: बहिष्कार का मतलब कुछ बाहर छोड़ना होता है। इस संदर्भ में, इसका मतलब है कि हॉकी 2026 के कॉमनवेल्थ गेम्स में शामिल नहीं होगी।

क्रेग फुल्टन -: क्रेग फुल्टन भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कोच हैं। एक कोच वह होता है जो खिलाड़ियों को खेल में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रशिक्षित और मार्गदर्शन करता है।

हरमनप्रीत सिंह -: हरमनप्रीत सिंह भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हैं। एक कप्तान टीम का नेता होता है जो निर्णय लेने में मदद करता है और खिलाड़ियों को प्रेरित करता है।

ग्लासगो -: ग्लासगो स्कॉटलैंड का एक शहर है, जो यूनाइटेड किंगडम का हिस्सा है। यह विभिन्न अंतरराष्ट्रीय आयोजनों की मेजबानी के लिए जाना जाता है, जिसमें खेल प्रतियोगिताएं शामिल हैं।

गोल्ड मेडल महत्वाकांक्षाएं -: गोल्ड मेडल महत्वाकांक्षाएं टीम के लक्ष्य या सपने को संदर्भित करती हैं, जो कॉमनवेल्थ गेम्स में प्रथम स्थान का पुरस्कार, जो एक गोल्ड मेडल है, जीतने की होती हैं।

1998 -: 1998 वह वर्ष है जब हॉकी को पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स में शामिल किया गया था। तब से, यह खेलों का नियमित हिस्सा रहा है।

नई दिल्ली -: नई दिल्ली भारत की राजधानी है। यह देश में राजनीति, संस्कृति और खेल आयोजनों का एक प्रमुख केंद्र है।
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