NATO, जिसे नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गनाइजेशन के नाम से जाना जाता है, ने बाल्टिक सागर क्षेत्र में अंडरसी केबल्स की सुरक्षा के लिए एक नया मिशन शुरू किया है, जिसका नाम बाल्टिक सेंट्री है। यह घोषणा NATO के सेक्रेटरी-जनरल मार्क रुटे ने मंगलवार को की।
बाल्टिक सेंट्री मिशन के तहत फ्रिगेट्स, समुद्री गश्ती विमान और नौसैनिक ड्रोन की तैनाती की जाएगी। ये संसाधन महत्वपूर्ण अंडरसी केबल्स की सुरक्षा के लिए उन्नत निगरानी और निवारण प्रदान करेंगे।
मार्क रुटे ने इन केबल्स के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि 95% से अधिक इंटरनेट ट्रैफिक इन्हीं पर निर्भर करता है। इसके अलावा, 1.3 मिलियन किलोमीटर के केबल्स प्रतिदिन लगभग 10 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के वित्तीय लेन-देन का समर्थन करते हैं।
NATO का मतलब North Atlantic Treaty Organization है। यह यूरोप और उत्तरी अमेरिका के देशों का एक समूह है जो शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करते हैं।
Baltic Sentry Mission NATO द्वारा एक विशेष ऑपरेशन है जो बाल्टिक सागर में महत्वपूर्ण अंडरसी केबल्स की सुरक्षा के लिए है। ये केबल्स इंटरनेट और वित्तीय लेनदेन के लिए महत्वपूर्ण हैं।
अंडरसी केबल्स लंबे तार होते हैं जो समुद्र तल पर बिछाए जाते हैं और देशों के बीच इंटरनेट और फोन डेटा ले जाते हैं। ये वैश्विक संचार के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।
Mark Rutte नीदरलैंड्स के एक राजनेता हैं। इस संदर्भ में, उन्हें मिशन की घोषणा करने वाले सचिव-जनरल के रूप में उल्लेख किया गया है, लेकिन वास्तव में वे नीदरलैंड्स के प्रधानमंत्री हैं।
Frigates नौसेनाओं द्वारा उपयोग किए जाने वाले युद्धपोतों का एक प्रकार हैं। ये तेज होते हैं और समुद्र की सुरक्षा और गश्त के लिए हथियारों से लैस होते हैं।
ये विशेष विमान होते हैं जो समुद्र की निगरानी के लिए उपयोग किए जाते हैं। ये जहाजों और पनडुब्बियों को खोजने और ट्रैक करने में मदद करते हैं।
Naval drones बिना मानव चालक दल के समुद्र में उपयोग किए जाने वाले मानव रहित वाहन होते हैं। ये निगरानी और अन्य कार्यों के लिए उपयोग किए जा सकते हैं।
USD 10 trillion एक बहुत बड़ी राशि है। यह उन वित्तीय लेनदेन के मूल्य को संदर्भित करता है जो हर दिन अंडरसी केबल्स का उपयोग करके होते हैं।
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