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जबलपुर में बाइक की किस्त न चुका पाने पर दो चचेरे भाइयों ने लोन रिकवरी एजेंट की हत्या की

जबलपुर में बाइक की किस्त न चुका पाने पर दो चचेरे भाइयों ने लोन रिकवरी एजेंट की हत्या की

जबलपुर में बाइक की किस्त न चुका पाने पर दो चचेरे भाइयों ने लोन रिकवरी एजेंट की हत्या की

मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक चौंकाने वाली घटना में, दो चचेरे भाई, अमन चौधरी (18) और उदय चौधरी (20), को बाइक की किस्त न चुका पाने के बाद लोन रिकवरी एजेंट की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

घटना का विवरण

यह घटना 24 सितंबर को संजीवनी नगर पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र के तहत कुगावन गांव के पास हुई। पीड़ित, राहुल पटेल, गरहा का निवासी था और एक लोन रिकवरी एजेंट के रूप में काम करता था।

पुलिस जांच

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि पुलिस को कुगावन गांव के पास एक शव मिलने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंचने पर, पुलिस ने शव की पहचान राहुल पटेल के रूप में की। तकनीकी विवरण और गवाहों के बयानों के आधार पर, संदिग्धों की पहचान अमन चौधरी और उदय चौधरी के रूप में की गई।

स्वीकारोक्ति और गिरफ्तारी

पूछताछ के दौरान, संदिग्धों ने अपराध कबूल कर लिया। उन्होंने खुलासा किया कि उन्होंने राहुल पटेल के माध्यम से एक मोटरसाइकिल का वित्तपोषण किया था और पिछले तीन महीनों से किस्त नहीं चुका पा रहे थे। निराशा में, उन्होंने एक छड़ी, एक धारदार हथियार और एक पत्थर से सिर कुचलकर रिकवरी एजेंट की हत्या कर दी।

संजीवनी नगर पुलिस स्टेशन में आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है और आगे की जांच जारी है।

Doubts Revealed


जबलपुर -: जबलपुर भारत के मध्य प्रदेश राज्य का एक शहर है। यह अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के लिए जाना जाता है।

मध्य प्रदेश -: मध्य प्रदेश भारत के मध्य में स्थित एक बड़ा राज्य है। यह अपनी समृद्ध इतिहास, वन्यजीव और मंदिरों के लिए जाना जाता है।

ऋण वसूली एजेंट -: ऋण वसूली एजेंट वह व्यक्ति होता है जो बैंक या वित्तीय कंपनी के लिए काम करता है ताकि उन लोगों से पैसा वसूल सके जिन्होंने ऋण लिया है लेकिन समय पर वापस नहीं कर रहे हैं।

बाइक की किस्त -: बाइक की किस्त बाइक की कुल लागत का एक हिस्सा होता है जिसे आप हर महीने तब तक चुकाते हैं जब तक कि पूरी कीमत चुकता नहीं हो जाती।

एएसपी सूर्यकांत शर्मा -: एएसपी का मतलब असिस्टेंट सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस होता है। सूर्यकांत शर्मा उस पुलिस अधिकारी का नाम है जो जांच का नेतृत्व कर रहे हैं।

तकनीकी विवरण -: तकनीकी विवरण उन जानकारियों को संदर्भित करता है जो तकनीक का उपयोग करके एकत्र की जाती हैं, जैसे फोन रिकॉर्ड या सीसीटीवी फुटेज, जो अपराध को सुलझाने में मदद करती हैं।

गवाह के बयान -: गवाह के बयान उन लोगों द्वारा दिए गए खाते होते हैं जिन्होंने अपराध से संबंधित कुछ देखा या सुना होता है। ये पुलिस को समझने में मदद करते हैं कि क्या हुआ था।

स्वीकार किया -: स्वीकार किया का मतलब है कि आरोपी ने पुलिस को बताया या माना कि उन्होंने अपराध किया है।

हत्या का मामला -: हत्या का मामला एक कानूनी जांच और मुकदमा होता है ताकि यह पता लगाया जा सके कि किसी की हत्या के लिए कौन जिम्मेदार है।

आगे की जांच -: आगे की जांच का मतलब है कि पुलिस अभी भी अधिक जानकारी और सबूत खोज रही है ताकि अपराध को बेहतर तरीके से समझा जा सके।
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