इंदौर के श्री युगपुरुष धाम बौद्धिक विकास केंद्र में बच्चों की मौत की जांच

इंदौर के श्री युगपुरुष धाम बौद्धिक विकास केंद्र में बच्चों की मौत की जांच

इंदौर के श्री युगपुरुष धाम बौद्धिक विकास केंद्र में बच्चों की मौत की जांच

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) की एक टीम ने इंदौर के श्री युगपुरुष धाम बौद्धिक विकास केंद्र का दौरा किया, जहां छह बच्चों की मौत हो गई और लगभग 100 बच्चे संदिग्ध खाद्य विषाक्तता के कारण बीमार हो गए। टीम प्रधानमंत्री कार्यालय और केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी को रिपोर्ट सौंपेगी।

दौरे से मिली जानकारी

NCPCR की सदस्य दिव्या गुप्ता ने कहा, “आज मैंने NCPCR की ओर से श्री युगपुरुष धाम बौद्धिक विकास केंद्र का दौरा किया, जिसे तथ्य-खोज दौरा कहा जाता है। हमें इस घटना की पूरी रिपोर्ट प्रधानमंत्री कार्यालय और महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी को सौंपनी है।”

गुप्ता ने बताया कि आश्रम की स्थिति उनके आगमन के बाद से सुधरी है, लेकिन पहले वहां के भोजन और पीने के पानी में कीटाणु थे और पूरा आश्रम अव्यवस्थित था। वर्तमान में लगभग 100 बच्चे अस्पताल में भर्ती हैं, जिनमें से पांच आईसीयू में हैं। अब तक छह मौतें हो चुकी हैं।

पहचानी गई समस्याएं

गुप्ता ने बताया कि जिला अधिकारियों को नियमित रूप से आश्रम का निरीक्षण करना चाहिए था। पानी में बैक्टीरिया पाए गए और मल परीक्षण में हैजा पाया गया। 21 वर्षों से अनीता शर्मा द्वारा संचालित आश्रम में 60 बच्चों की क्षमता के बजाय 200 बच्चे थे।

आगे की योजना

गुप्ता ने बताया कि 15 दिनों के भीतर एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी, जिसमें केंद्र और राज्य सरकारों को कार्रवाई की सिफारिशें की जाएंगी। इंदौर कलेक्टर ने बताया कि आईएएस अधिकारियों और निजी डॉक्टरों सहित एक उच्च-स्तरीय समिति का गठन किया गया है। एक अंतरिम जांच में बाल देखभाल में खामियां और 29 जून को एक अनिर्दिष्ट मौत का खुलासा हुआ। संस्थान को तीन दिनों के भीतर जवाब देने के लिए एक कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

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