महाकालेश्वर मंदिर में विशेष आरती से सावन माह की शुरुआत

महाकालेश्वर मंदिर में विशेष आरती से सावन माह की शुरुआत

महाकालेश्वर मंदिर में विशेष आरती से सावन माह की शुरुआत

22 जुलाई को उज्जैन, मध्य प्रदेश के महाकालेश्वर मंदिर में विशेष दिव्य आरती के साथ पवित्र सावन माह की शुरुआत हुई। सुबह जल्दी प्रसिद्ध भस्म आरती भी की गई।

पुजारी आशीष शर्मा ने बताया कि मंदिर के द्वार खोले गए और भगवान महाकाल की पंचामृत से पूजा की गई, जिसमें दूध, दही, घी, शहद और शक्कर शामिल हैं। बाबा महाकाल की सजावट के बाद भस्म आरती और दिव्य आरती की गई। पूरे राष्ट्र और राज्य की खुशहाली और समृद्धि के लिए प्रार्थना की गई।

भक्तजन उत्साहित हैं क्योंकि इस साल सावन सोमवार से शुरू हो रहा है, जो एक दुर्लभ घटना है। यह पवित्र माह, जो आमतौर पर जुलाई और अगस्त के बीच आता है, भगवान शिव को समर्पित पूजा, उपवास और तीर्थयात्रा का समय होता है। सावन 19 अगस्त को समाप्त होगा।

हिंदू पौराणिक कथाओं में सावन का विशेष स्थान है क्योंकि इस माह में भगवान शिव ने समुद्र मंथन से निकले विष का सेवन किया था, जिससे ब्रह्मांड की रक्षा हुई थी। भक्तजन उपवास रखते हैं, प्रार्थना करते हैं और भगवान शिव के आशीर्वाद के लिए अनुष्ठान करते हैं। सावन की ठंडी बारिश शिव की करुणा और दयालुता का प्रतीक है।

सावन के दौरान, भक्तजन अक्सर सोमवार को उपवास रखते हैं, अनाज से परहेज करते हैं और केवल फल, दूध और विशेष खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं। शिव मंत्रों का जाप, भजन गाना और रुद्राभिषेक करना घरों और मंदिरों में उत्साह के साथ मनाया जाता है।

Doubts Revealed


आरती -: आरती एक हिंदू धार्मिक अनुष्ठान है, जो पूजा का हिस्सा है, जिसमें घी (शुद्ध मक्खन) या कपूर में भिगोई गई बातियों से एक या अधिक देवताओं को प्रकाश अर्पित किया जाता है।

महाकालेश्वर मंदिर -: महाकालेश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है। यह भारतीय राज्य मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में स्थित है।

सावन महीना -: सावन हिंदू कैलेंडर में एक पवित्र महीना है, जो भगवान शिव को समर्पित है। यह आमतौर पर जुलाई-अगस्त में आता है और इसमें विशेष प्रार्थनाएं, उपवास और अनुष्ठान शामिल होते हैं।

दिव्य आरती -: दिव्य आरती एक विशेष प्रकार की आरती है जिसे बहुत पवित्र और दिव्य माना जाता है। इसे बड़ी भक्ति के साथ किया जाता है और इसमें भजन गाना और देवता को प्रकाश अर्पित करना शामिल है।

भस्म आरती -: भस्म आरती महाकालेश्वर मंदिर में किया जाने वाला एक अनूठा अनुष्ठान है जिसमें देवता की पूजा पवित्र राख (भस्म) से की जाती है। यह सुबह जल्दी किया जाता है।

पंचामृत -: पंचामृत पांच सामग्रियों का मिश्रण है: दूध, दही, घी, शहद और चीनी। इसका उपयोग हिंदू अनुष्ठानों में देवताओं को स्नान कराने और पूजा करने के लिए किया जाता है।

भगवान महाकाल -: भगवान महाकाल भगवान शिव का एक और नाम है, जो हिंदू धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक हैं। उन्हें त्रिमूर्ति, हिंदू त्रिमूर्ति में विनाशक और परिवर्तक के रूप में जाना जाता है।

उपवास -: उपवास का मतलब है एक निश्चित अवधि के लिए भोजन नहीं करना। सावन के संदर्भ में, भक्त भगवान शिव के प्रति अपनी भक्ति दिखाने के लिए उपवास करते हैं।

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