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पोर्ट ब्लेयर का नाम बदलकर श्री विजया पुरम रखा गया, चोल साम्राज्य और स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मान

पोर्ट ब्लेयर का नाम बदलकर श्री विजया पुरम रखा गया, चोल साम्राज्य और स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मान

पोर्ट ब्लेयर का नाम बदलकर श्री विजया पुरम रखा गया, चोल साम्राज्य और स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मान

तमिलनाडु बीजेपी प्रवक्ता एएनएस प्रसाद ने पोर्ट ब्लेयर का नाम बदलकर श्री विजया पुरम रखने की सराहना की। यह निर्णय चोल साम्राज्य की भव्यता और तमिलनाडु की स्थायी विरासत को सम्मानित करने के लिए लिया गया है। केंद्र सरकार ने यह निर्णय चोल नौसैनिक अड्डे के ऐतिहासिक महत्व और स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को सम्मानित करने के लिए लिया है।

प्रधानमंत्री मोदी का ऐतिहासिक निर्णय

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की स्वतंत्रता की 78वीं वर्षगांठ पर इस नाम परिवर्तन की घोषणा की। प्रसाद ने मोदी के भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को बनाए रखने के प्रयासों की सराहना की, जिसमें चोल साम्राज्य की समुद्री शक्ति और दक्षिण पूर्व एशिया के साथ प्राचीन व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान की भूमिका शामिल है।

स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि

प्रसाद ने जोर देकर कहा कि यह नाम परिवर्तन नेताजी सुभाष चंद्र बोस को भी श्रद्धांजलि देता है, जिन्होंने अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में राष्ट्रीय ध्वज फहराया था और देश को औपनिवेशिक शासन के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित किया था। यह इशारा वीर सावरकर को भी सम्मानित करता है, जिन्होंने इन द्वीपों पर वर्षों तक एकांतवास में बिताए लेकिन उनकी आत्मा अटूट रही।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की घोषणा

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से इस नाम परिवर्तन की घोषणा की, जिसमें उन्होंने कहा कि यह पीएम मोदी के औपनिवेशिक छापों से मुक्त करने के दृष्टिकोण से प्रेरित है। शाह ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के ऐतिहासिक महत्व को उजागर किया।

औपनिवेशिक मानसिकता से मुक्ति

प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि यह नाम परिवर्तन सरकार की औपनिवेशिक मानसिकता से मुक्त होने और भारत की धरोहर का जश्न मनाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। नया नाम, श्री विजया पुरम, स्वतंत्रता संग्राम में प्राप्त विजय और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की अनूठी भूमिका का प्रतीक है।

Doubts Revealed


पोर्ट ब्लेयर -: पोर्ट ब्लेयर अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की राजधानी है, जो बंगाल की खाड़ी में द्वीपों का एक समूह है, जो भारत का हिस्सा है।

श्री विजया पुरम -: श्री विजया पुरम पोर्ट ब्लेयर को दिया गया नया नाम है ताकि चोल साम्राज्य और स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान किया जा सके। ‘पुरम’ का मतलब तमिल में शहर होता है।

चोल साम्राज्य -: चोल साम्राज्य एक शक्तिशाली और प्राचीन दक्षिण भारतीय राजवंश था जो अपनी नौसैनिक शक्ति और सांस्कृतिक उपलब्धियों के लिए जाना जाता था।

स्वतंत्रता सेनानी -: स्वतंत्रता सेनानी वे लोग हैं जिन्होंने भारत को स्वतंत्र देश बनाने के लिए ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ाई लड़ी। उदाहरणों में नेताजी सुभाष चंद्र बोस और वीर सावरकर शामिल हैं।

तमिलनाडु भाजपा प्रवक्ता -: प्रवक्ता वह व्यक्ति होता है जो किसी समूह की ओर से बोलता है। भाजपा भारत की एक राजनीतिक पार्टी है, और तमिलनाडु दक्षिण भारत का एक राज्य है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी -: नरेंद्र मोदी वर्तमान में भारत के प्रधानमंत्री हैं, जो देश के नेता हैं।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह -: अमित शाह भारत में आंतरिक सुरक्षा और कानून व्यवस्था के लिए जिम्मेदार एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी हैं।

नेताजी सुभाष चंद्र बोस -: नेताजी सुभाष चंद्र बोस भारत के स्वतंत्रता संग्राम के एक प्रमुख नेता थे जिन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ने के लिए भारतीय राष्ट्रीय सेना का गठन किया।

वीर सावरकर -: वीर सावरकर एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, कवि और लेखक थे जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

औपनिवेशिक छाप -: औपनिवेशिक छाप उन स्थायी प्रभावों और प्रभावों को संदर्भित करती है जो ब्रिटिशों ने भारत पर कई वर्षों तक शासन करने के बाद छोड़े।
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