मोहम्मद अजहरुद्दीन को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तलब किया

मोहम्मद अजहरुद्दीन को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तलब किया

मोहम्मद अजहरुद्दीन को ईडी ने तलब किया

पृष्ठभूमि

मोहम्मद अजहरुद्दीन, जो भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और संसद सदस्य हैं, उन्हें प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तलब किया है। यह मामला हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (एचसीए) से जुड़ा है, जहां अजहरुद्दीन अध्यक्ष के रूप में कार्यरत थे।

मामले का विवरण

ईडी की जांच मनी लॉन्ड्रिंग अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत की जा रही है। अजहरुद्दीन पर एचसीए के अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान धन के दुरुपयोग का आरोप है। तलब किए जाने के बावजूद, उन्होंने अधिकारियों के सामने पेश होने के लिए अधिक समय मांगा।

पिछली जांच

पिछले नवंबर में, ईडी ने तेलंगाना में नौ स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें पूर्व एचसीए अधिकारियों गड्डम विनोद, शिवलाल यादव और अरशद अयूब के घर शामिल थे। इन छापों में डिजिटल उपकरण, आपत्तिजनक दस्तावेज और 10.39 लाख रुपये की बेहिसाब नकदी बरामद हुई।

आरोप

जांच हैदराबाद में एंटी-करप्शन ब्यूरो (एसीबी) द्वारा दर्ज तीन एफआईआर से उत्पन्न हुई है। इन एफआईआर में एचसीए से 20 करोड़ रुपये की आपराधिक दुरुपयोग का आरोप है। आरोपों में राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम के लिए उपकरण खरीदने में अनियमितताएं और बिना उचित प्रक्रियाओं के अनुबंधों को ऊंचे दामों पर देना शामिल है।

Doubts Revealed


मोहम्मद अजहरुद्दीन -: मोहम्मद अजहरुद्दीन एक पूर्व भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी हैं जो भारतीय राष्ट्रीय टीम के कप्तान थे। वह अपनी स्टाइलिश बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं और उन्होंने भारत के लिए कई मैच खेले हैं।

ईडी -: ईडी का मतलब प्रवर्तन निदेशालय है, जो भारत में एक सरकारी एजेंसी है। यह वित्तीय अपराधों जैसे मनी लॉन्ड्रिंग की जांच करती है और यह सुनिश्चित करती है कि लोग पैसे के लेन-देन से संबंधित नियमों का पालन करें।

हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन -: हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन एक संगठन है जो हैदराबाद क्षेत्र में क्रिकेट गतिविधियों का प्रबंधन करता है। यह मैचों का आयोजन करता है और उस क्षेत्र में क्रिकेट के विकास में मदद करता है।

मनी लॉन्ड्रिंग -: मनी लॉन्ड्रिंग एक प्रक्रिया है जिसमें लोग अवैध गतिविधियों से प्राप्त धन के स्रोत को छिपाने की कोशिश करते हैं। वे इसे ऐसा दिखाते हैं जैसे धन कानूनी स्रोत से आया हो।

एफआईआर -: एफआईआर का मतलब प्रथम सूचना रिपोर्ट है। यह एक दस्तावेज है जो पुलिस द्वारा तब तैयार किया जाता है जब उन्हें किसी अपराध की सूचना मिलती है। यह अपराध की जांच की कानूनी प्रक्रिया का पहला कदम है।

एंटी-करप्शन ब्यूरो -: एंटी-करप्शन ब्यूरो एक सरकारी एजेंसी है जो सार्वजनिक सेवाओं में भ्रष्टाचार को रोकने और जांचने का काम करती है। वे यह सुनिश्चित करते हैं कि अधिकारी अपने पद का दुरुपयोग व्यक्तिगत लाभ के लिए न करें।

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