पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने मनाया 18वां स्थापना दिवस

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने मनाया 18वां स्थापना दिवस

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने मनाया 18वां स्थापना दिवस

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय (MoES) ने नई दिल्ली के पृथ्वी भवन मुख्यालय में अपना 18वां स्थापना दिवस मनाया। 27 जुलाई 2006 को स्थापित MoES ने पृथ्वी प्रणाली विज्ञान में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

समारोह की मुख्य बातें

समारोह में वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों, वैज्ञानिकों और प्रमुख हितधारकों ने भाग लिया। भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रोफेसर अजय कुमार सूद मुख्य अतिथि थे। MoES के सचिव डॉ. एम. रविचंद्रन ने अतिथियों का स्वागत किया और मंत्रालय की उपलब्धियों और भविष्य की चुनौतियों पर प्रकाश डाला।

नई रिलीज़

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने ‘भारत में चक्रवात चेतावनी पर मानक संचालन प्रक्रिया’ और ‘उच्च प्रभाव वाले मौसम की घटनाओं की निगरानी और पूर्वानुमान के लिए दक्षता ढांचा’ जारी किया। राष्ट्रीय ध्रुवीय और महासागर अनुसंधान केंद्र (NCPOR) ने 14वें भारतीय आर्कटिक अभियान पर एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें भारत का पहला शीतकालीन आर्कटिक अभियान भी शामिल है। समुद्री जीवित संसाधन और पारिस्थितिकी केंद्र (CMLRE) ने गहरे समुद्र की वर्गीकरण पर एक कैटलॉग जारी किया।

अतिरिक्त गतिविधियाँ

MoES न्यूज़लेटर का पहला अंक लॉन्च किया गया और यूरोपीय केंद्र के डॉ. एस्टिबालिज गैसकॉन द्वारा एक लोकप्रिय विज्ञान वार्ता आयोजित की गई। यह कार्यक्रम MoES के यूट्यूब चैनल पर लाइव-स्ट्रीम किया गया।

MoES समाज के लाभ के लिए विज्ञान को आगे बढ़ाने और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों के साथ सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है।

Doubts Revealed


पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय (MoES) -: पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय भारतीय सरकार का एक हिस्सा है जो पृथ्वी का अध्ययन करता है, जिसमें मौसम, महासागर और प्राकृतिक संसाधन शामिल हैं।

18वां स्थापना दिवस -: इसका मतलब है कि पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय 18 साल से है, और वे इसका जन्मदिन मना रहे हैं।

पृथ्वी भवन मुख्यालय -: पृथ्वी भवन पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय का मुख्य कार्यालय भवन है, जो नई दिल्ली में स्थित है।

प्रोफेसर अजय कुमार सूद -: वह भारत के एक प्रसिद्ध वैज्ञानिक हैं जो भौतिकी और सामग्री विज्ञान के क्षेत्र में काम करते हैं।

डॉ. एम रविचंद्रन -: वह एक वैज्ञानिक हैं जो पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के साथ काम करते हैं, और महासागर और ध्रुवीय अनुसंधान पर ध्यान केंद्रित करते हैं।

भारत मौसम विज्ञान विभाग -: यह भारतीय सरकार का एक हिस्सा है जो मौसम का अध्ययन और पूर्वानुमान करता है।

राष्ट्रीय ध्रुवीय और महासागर अनुसंधान केंद्र -: यह एक भारतीय अनुसंधान केंद्र है जो ध्रुवीय क्षेत्रों (जैसे अंटार्कटिका) और महासागरों का अध्ययन करता है।

समुद्री जीवित संसाधन और पारिस्थितिकी केंद्र -: यह भारत में एक अनुसंधान केंद्र है जो समुद्री जीवन और इसके पर्यावरण के साथ बातचीत का अध्ययन करता है।

लाइव-स्ट्रीम किया गया -: इसका मतलब है कि घटना को इंटरनेट पर लाइव दिखाया गया ताकि लोग इसे वास्तविक समय में देख सकें।

MoES यूट्यूब चैनल -: यह आधिकारिक यूट्यूब चैनल है जहां पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय वीडियो और लाइव इवेंट साझा करता है।

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