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गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने चंडीगढ़ में एनडीए बैठक में भाग लिया

गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने चंडीगढ़ में एनडीए बैठक में भाग लिया

गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने एनडीए बैठक में भाग लिया

17 अक्टूबर को गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने चंडीगढ़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एनडीए मुख्यमंत्रियों की परिषद की बैठक में भाग लिया। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य सुशासन को बढ़ावा देना और सार्वजनिक सेवा वितरण में सुधार करना था। डॉ. सावंत ने 2047 तक विकसित भारत के दृष्टिकोण को प्राप्त करने में गोवा की भूमिका पर जोर दिया, जिसमें राज्य की पर्यटन, संस्कृति, उद्योग और नवाचार में ताकतों को उजागर किया गया।

डॉ. सावंत ने आत्मनिर्भर भारत की दिशा में काम करने और भारत की वृद्धि में योगदान देने की गोवा की प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने विचार साझा किए, जिसमें राज्य की राष्ट्रीय प्रगति के प्रति समर्पण को दोहराया।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में बैठक से मिली जानकारी साझा की, जिसमें राष्ट्रीय विकास और ‘संविधान का अमृत महोत्सव’ के पालन पर चर्चा शामिल थी। इस बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, और गृह मंत्री अमित शाह जैसे प्रमुख नेता, साथ ही विभिन्न एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल थे।

बैठक के एजेंडे में ‘लोकतंत्र की हत्या के प्रयास’ की 50वीं वर्षगांठ का भी उल्लेख किया गया, जिसमें कुल 13 मुख्यमंत्री और 16 उपमुख्यमंत्री चर्चा में शामिल हुए।

Doubts Revealed


गोवा CM -: गोवा CM गोवा के मुख्यमंत्री को संदर्भित करता है, जो भारतीय राज्य गोवा में सरकार के प्रमुख होते हैं। वर्तमान में, डॉ. प्रमोद सावंत इस पद पर हैं।

NDA -: NDA का मतलब नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस है, जो भारत में राजनीतिक दलों का एक गठबंधन है, जिसका नेतृत्व भारतीय जनता पार्टी (BJP) करती है। इसमें कई क्षेत्रीय और राष्ट्रीय दल शामिल हैं।

चंडीगढ़ -: चंडीगढ़ भारत का एक शहर है जो दो राज्यों, पंजाब और हरियाणा की राजधानी के रूप में कार्य करता है। यह अपने आधुनिक वास्तुकला और शहरी डिजाइन के लिए जाना जाता है।

सुशासन -: सुशासन का मतलब है किसी देश या राज्य का प्रभावी, कुशल और नैतिक प्रबंधन। इसमें पारदर्शिता, जवाबदेही और लोगों की जरूरतों के प्रति उत्तरदायित्व शामिल होता है।

संविधान का अमृत महोत्सव -: संविधान का अमृत महोत्सव भारतीय संविधान के अंगीकरण की वर्षगांठ का उत्सव है। यह संविधान में निहित मूल्यों और सिद्धांतों पर विचार करने का समय है।

लोकतंत्र की हत्या का प्रयास -: ‘लोकतंत्र की हत्या का प्रयास’ भारतीय इतिहास की घटनाओं को संदर्भित करता है, जैसे 1975 से 1977 तक की आपातकालीन अवधि, जब लोकतांत्रिक अधिकार निलंबित कर दिए गए थे। इसे अक्सर राजनीतिक संदर्भों में लोकतंत्र की सुरक्षा के महत्व को उजागर करने के लिए चर्चा की जाती है।
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