इंफाल ईस्ट में भारतीय सेना और मणिपुर पुलिस ने हथियारों का बड़ा जखीरा खोजा
17 जुलाई को, भारतीय सेना और मणिपुर पुलिस ने इंफाल ईस्ट जिले, नागालैंड में एक संयुक्त अभियान चलाया। विशेष जानकारी के आधार पर, उन्होंने 72 घंटे का खोज अभियान शुरू किया जिसमें गश्त और विस्फोटक खोजी कुत्तों का उपयोग किया गया।
क्या मिला
इस अभियान में हथियारों और गोला-बारूद का बड़ा जखीरा मिला, जिसमें शामिल हैं:
- तेरह लंबी दूरी के मोर्टार
- चार बर्मी लोहे की छड़ें
- एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस
- एक संशोधित ग्रेनेड लांचर
- एक G3 राइफल
- छह 303 राइफलें
- एक .22 पिस्तौल
- एक ग्रेनेड
- 25 स्थानीय रूप से निर्मित इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस
- 115 राउंड गोला-बारूद
- कई हथियारों की तीन मैगजीन
- दो रेडियो सेट
- अन्य युद्ध जैसे सामान
बरामद वस्तुओं को आगे की निपटान और जांच के लिए मणिपुर पुलिस को सौंप दिया गया है।
Doubts Revealed
भारतीय सेना -: भारतीय सेना भारत की सैन्य शाखा है जो भूमि आधारित है। वे देश को खतरों से बचाते हैं और आपात स्थितियों के दौरान मदद करते हैं।
मणिपुर पुलिस -: मणिपुर पुलिस मणिपुर राज्य में कानून प्रवर्तन एजेंसी है। वे कानून और व्यवस्था बनाए रखते हैं और अपराधों की जांच करते हैं।
इम्फाल ईस्ट -: इम्फाल ईस्ट मणिपुर राज्य का एक जिला है। यह राज्य के प्रशासनिक क्षेत्रों में से एक है।
हथियारों और गोला-बारूद का भंडार -: हथियारों और गोला-बारूद का भंडार का मतलब है छिपा हुआ हथियारों और गोलियों का संग्रह। यह अक्सर गुप्त स्थानों में पाया जाता है।
मोर्टार -: मोर्टार एक प्रकार का हथियार है जो विस्फोटक गोले फेंकता है। इन्हें सैन्य द्वारा दूर से लक्ष्य पर हमला करने के लिए उपयोग किया जाता है।
ग्रेनेड -: ग्रेनेड छोटे बम होते हैं जिन्हें हाथ से फेंका जा सकता है। ये विस्फोट करते हैं और लक्ष्य क्षेत्र को नुकसान पहुंचाते हैं।
गश्त -: गश्त का मतलब है किसी क्षेत्र में घूमना ताकि उसे सुरक्षित रखा जा सके। सैनिक या पुलिस अधिकारी अक्सर गश्त करते हैं ताकि किसी भी परेशानी को देख सकें।
विस्फोटक खोजी कुत्ते -: विस्फोटक खोजी कुत्ते विशेष रूप से प्रशिक्षित कुत्ते होते हैं जो बम और अन्य विस्फोटकों को सूंघ सकते हैं। वे खतरनाक वस्तुओं को खोजकर लोगों को सुरक्षित रखने में मदद करते हैं।