महाराष्ट्र कांग्रेस ने बागी उम्मीदवारों को निलंबित किया
महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) ने आगामी विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए सात और बागी उम्मीदवारों को निलंबित कर दिया है। इससे कुल निलंबित उम्मीदवारों की संख्या 22 निर्वाचन क्षेत्रों में 28 हो गई है।
नए निलंबित नेता
हाल ही में निलंबित किए गए नेताओं में शमकांत सानेर, राजेंद्र ठाकुर, अबा बागुल, मनीष आनंद, सुरेश कुमार जेठलिया, कल्याण बोराडे, और चंद्रपाल चौकसे शामिल हैं।
पहले निलंबित नेता
पहले, 21 अन्य बागियों को निलंबित किया गया था, जिनमें आनंदराव गेडम, शीलू चिमुरकर, सोनल कोवे, भरत येरमे और अन्य शामिल हैं।
निलंबन का कारण
ये उम्मीदवार महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला ने कहा कि बागियों को छह साल के लिए निलंबित किया जाएगा।
आगामी चुनाव
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होने वाले हैं, और मतगणना 23 नवंबर को होगी। विपक्षी एमवीए गठबंधन महायुति गठबंधन को चुनौती देने का लक्ष्य रखता है।
पिछले चुनाव परिणाम
2019 में, भाजपा ने 105 सीटें जीतीं, शिवसेना ने 56, और कांग्रेस ने 44। 2014 में, भाजपा ने 122 सीटें, शिवसेना ने 63, और कांग्रेस ने 42 सीटें जीतीं।
Doubts Revealed
महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी -: यह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की एक क्षेत्रीय शाखा है जो महाराष्ट्र राज्य में स्थित है। यह राज्य में पार्टी की गतिविधियों और रणनीतियों का प्रबंधन करने के लिए जिम्मेदार है।
बागी उम्मीदवार -: बागी उम्मीदवार वे होते हैं जो अपनी पार्टी के आधिकारिक समर्थन के बिना चुनाव में खड़े होते हैं। वे अक्सर पार्टी के चुने हुए उम्मीदवारों के खिलाफ जाते हैं।
पार्टी विरोधी गतिविधियाँ -: ये राजनीतिक पार्टी के सदस्यों द्वारा की गई क्रियाएँ होती हैं जो पार्टी के नियमों या हितों के खिलाफ जाती हैं, जैसे कि विरोधी उम्मीदवारों का समर्थन करना।
महा विकास अघाड़ी -: यह महाराष्ट्र में एक राजनीतिक गठबंधन है, जिसमें कांग्रेस, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शामिल हैं, जो एक साथ चुनाव लड़ने के लिए गठित हुआ है।
रमेश चेन्निथला -: वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के एक वरिष्ठ नेता हैं, जो अपने राजनीतिक कार्य और नेतृत्व भूमिकाओं के लिए जाने जाते हैं।
महायुति गठबंधन -: यह महाराष्ट्र में एक और राजनीतिक गठबंधन है, जिसमें अक्सर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और अन्य क्षेत्रीय पार्टियाँ शामिल होती हैं, जो महा विकास अघाड़ी के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करती हैं।