मद्रास हाई कोर्ट ने तमिल यूट्यूबर सावुक्कु शंकर की हिरासत रद्द की

मद्रास हाई कोर्ट ने तमिल यूट्यूबर सावुक्कु शंकर की हिरासत रद्द की

मद्रास हाई कोर्ट ने तमिल यूट्यूबर सावुक्कु शंकर की हिरासत रद्द की

मद्रास हाई कोर्ट ने यूट्यूबर सावुक्कु शंकर के खिलाफ गोन्डास एक्ट 1982 के तहत जारी हिरासत आदेश को रद्द कर दिया है। जस्टिस एसएम सुब्रमण्यम और वी सिवगनम ने यह फैसला सुनाया, जिससे चेन्नई पुलिस कमिश्नर द्वारा 12 मई को जारी आदेश को पलट दिया गया।

पृष्ठभूमि

शंकर को 4 मई को महिलाओं पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। यह गिरफ्तारी कोयंबटूर सिटी पुलिस के एक सब-इंस्पेक्टर की शिकायत पर की गई थी। उनकी गिरफ्तारी के बाद, चेन्नई पुलिस ने उनके खिलाफ दो और मामले दर्ज किए, जिनमें से एक पत्रकार संध्या रविशंकर द्वारा की गई पुरानी उत्पीड़न की शिकायत थी।

अतिरिक्त शिकायतें

संध्या रविशंकर ने पुलिस की कार्रवाई के लिए धन्यवाद दिया और कहा, ‘धन्यवाद चेन्नई पुलिस कमिश्नर और टीम।’ शंकर के खिलाफ एक और मामला तमिलर मुनेत्रा पाडाई की संस्थापक वीरलक्ष्मी की शिकायत पर विभिन्न आईपीसी धाराओं के तहत दर्ज किया गया था।

कानूनी कार्यवाही

जुलाई में, सुप्रीम कोर्ट ने शंकर को मद्रास हाई कोर्ट के फैसले तक अंतरिम राहत दी थी। 12 मई को, तमिलनाडु पुलिस ने शंकर को ‘गुंडा’ घोषित करते हुए धारा 2(f) के तहत हिरासत आदेश जारी किया, जिसमें उनकी गतिविधियों को सार्वजनिक शांति के लिए हानिकारक बताया गया।

अब मद्रास हाई कोर्ट ने फैसला सुनाया है कि हिरासत उचित नहीं थी, जिससे आदेश रद्द हो गया।

Doubts Revealed


मद्रास उच्च न्यायालय -: मद्रास उच्च न्यायालय चेन्नई, तमिलनाडु में एक बड़ा न्यायालय है, जहाँ महत्वपूर्ण कानूनी मामलों का निर्णय लिया जाता है।

नजरबंदी -: नजरबंदी का मतलब है पुलिस या अधिकारियों द्वारा हिरासत में या जेल में रखा जाना।

तमिल यूट्यूबर -: एक तमिल यूट्यूबर वह व्यक्ति है जो तमिल भाषा में वीडियो बनाता है और उन्हें यूट्यूब पर साझा करता है।

मानहानिकारक टिप्पणियाँ -: मानहानिकारक टिप्पणियाँ वे हानिकारक या झूठे बयान होते हैं जो किसी की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँचा सकते हैं।

सुप्रीम कोर्ट -: सुप्रीम कोर्ट भारत का सर्वोच्च न्यायालय है, जो महत्वपूर्ण कानूनी मामलों पर अंतिम निर्णय लेता है।

अंतरिम राहत -: अंतरिम राहत अस्थायी मदद या सुरक्षा है जो एक न्यायालय द्वारा अंतिम निर्णय होने तक दी जाती है।

पत्रकार -: पत्रकार वह व्यक्ति है जो समाचार कहानियाँ या रिपोर्ट अखबारों, टीवी, या ऑनलाइन मीडिया के लिए लिखता है।

तमिलर मुनेत्रा पड़ाई -: तमिलर मुनेत्रा पड़ाई तमिलनाडु में एक संगठन है जो तमिल लोगों की प्रगति और अधिकारों के लिए काम करता है।

गुंडा अधिनियम -: गुंडा अधिनियम भारत में एक कानून है जो अधिकारियों को उन लोगों को हिरासत में लेने की अनुमति देता है जो सार्वजनिक व्यवस्था के लिए खतरा माने जाते हैं।

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