भारत के रियल एस्टेट सेक्टर में Q2 FY25 में मंदी की संभावना

भारत के रियल एस्टेट सेक्टर में Q2 FY25 में मंदी की संभावना

भारत के रियल एस्टेट सेक्टर में Q2 FY25 में मंदी की संभावना

भारत के रियल एस्टेट बाजार में वित्तीय वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में मंदी की संभावना है। यह मुख्य रूप से इसलिए है क्योंकि प्रमुख रियल एस्टेट कंपनियों जैसे डीएलएफ, ओबेरॉय रियल्टी और शोभा लिमिटेड ने नए प्रोजेक्ट लॉन्च नहीं किए हैं, जैसा कि मोतीलाल ओसवाल की रिपोर्ट में बताया गया है।

प्रमुख डेवलपर्स पर प्रभाव

डीएलएफ ने कोई बड़ा प्रोजेक्ट पेश नहीं किया है और अपने मौजूदा प्रोजेक्ट्स पर निर्भर है। रिपोर्ट के अनुसार, डीएलएफ की बुकिंग्स में 10% की कमी आ सकती है, जो 20 अरब रुपये तक हो सकती है।

ओबेरॉय रियल्टी ने भी नए लॉन्च की घोषणा नहीं की है, लेकिन मौजूदा प्रोजेक्ट्स में स्थिर बिक्री बनाए रखी है। कंपनी की बुकिंग्स में 17% की गिरावट की संभावना है, जो 8 अरब रुपये तक हो सकती है।

शोभा लिमिटेड के पास 100 अरब रुपये के बिना बिके स्टॉक का बड़ा भंडार है। कंपनी की प्री-सेल्स पिछले साल के समान 18 अरब रुपये रहने की उम्मीद है।

नए विकास में रणनीतिक विराम

नए लॉन्च की कमी मौजूदा इन्वेंट्री बेचने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए एक रणनीतिक कदम हो सकता है। जैसे-जैसे कंपनियां बिना बिके स्टॉक को साफ करती हैं, आगामी त्योहारों के मौसम में नए प्रोजेक्ट लॉन्च में वृद्धि हो सकती है।

Doubts Revealed


Q2 FY25 -: Q2 FY25 वित्तीय वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही को संदर्भित करता है। भारत में, वित्तीय वर्ष 1 अप्रैल से शुरू होता है और अगले वर्ष के 31 मार्च को समाप्त होता है। इसलिए, Q2 FY25 जुलाई से सितंबर 2024 तक होगा।

रियल एस्टेट सेक्टर -: रियल एस्टेट सेक्टर भूमि और इमारतों की खरीद, बिक्री और विकास से संबंधित है। इसमें आवासीय घर, वाणिज्यिक इमारतें और अन्य संपत्तियाँ शामिल हैं।

DLF -: DLF भारत की सबसे बड़ी रियल एस्टेट कंपनियों में से एक है। यह देश भर में आवासीय, वाणिज्यिक और खुदरा संपत्तियों का विकास करता है।

ओबेरॉय रियल्टी -: ओबेरॉय रियल्टी भारत में एक प्रसिद्ध रियल एस्टेट कंपनी है, जो मुख्य रूप से मुंबई में संचालित होती है। यह प्रीमियम आवासीय और वाणिज्यिक संपत्तियों के विकास पर ध्यान केंद्रित करती है।

सोभा लिमिटेड -: सोभा लिमिटेड एक भारतीय बहुराष्ट्रीय रियल एस्टेट डेवलपर है जिसका मुख्यालय बैंगलोर में है। यह अपने आवासीय और वाणिज्यिक परियोजनाओं के लिए जाना जाता है।

बुकिंग्स -: रियल एस्टेट में, बुकिंग्स उन संपत्तियों की संख्या को संदर्भित करती हैं जो ग्राहकों को आरक्षित या बेची गई हैं। बुकिंग्स में गिरावट का मतलब है कि कम लोग संपत्तियाँ खरीद रहे हैं।

प्री-सेल्स -: प्री-सेल्स उन संपत्तियों की बिक्री होती है जो पूरी तरह से निर्मित नहीं हुई हैं। यह डेवलपर्स को धन सुरक्षित करने और उनकी परियोजनाओं में रुचि का आकलन करने की अनुमति देता है।

त्योहार का मौसम -: भारत में, त्योहार का मौसम दिवाली और दशहरा जैसे प्रमुख त्योहारों को शामिल करता है। इसे बड़ी खरीदारी करने के लिए एक शुभ समय माना जाता है, जिसमें संपत्ति खरीदना भी शामिल है।

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