सबरीमाला मंदिर मंडला मकरविलक्कु उत्सव के लिए फिर से खुला
केरल के तिरुवनंतपुरम में स्थित सबरीमाला मंदिर गुरुवार दोपहर को मंडला मकरविलक्कु उत्सव के लिए फिर से खुलने जा रहा है, जो दो महीने की तीर्थयात्रा का आरंभ करता है। मंदिर के मुख्य पुजारी पीएन महेश नमबूदिरी शाम 4 बजे दीप प्रज्वलित करेंगे, और सबरीमाला और मलिकप्पुरम के नए मुख्य पुजारी अपने पदभार ग्रहण करेंगे।
ऑनलाइन बुकिंग प्रणाली विवाद
केरल के देवस्वम मंत्री वीएन वसावन ने विधान सभा में विपक्ष की मांग पर चर्चा की, जिसमें तीर्थयात्रा के लिए स्पॉट बुकिंग को पुनः स्थापित करने की मांग की गई थी। सरकार ने तीर्थयात्रियों की संख्या को प्रबंधित करने और अनुभव को बेहतर बनाने के लिए एक ऑनलाइन बुकिंग प्रणाली लागू की है। विपक्ष के नेता वीडी सतीसन ने चिंता व्यक्त की कि ऑनलाइन प्रणाली से कई भक्त, विशेषकर अन्य राज्यों से, इससे वंचित हो सकते हैं। उन्होंने तर्क दिया कि केवल ऑनलाइन आरक्षण तक सीमित करने से हजारों लोग अपनी 41-दिवसीय प्रतिज्ञा पूरी करने और मंदिर जाने से वंचित हो सकते हैं।
सरकार की प्रतिक्रिया
मंत्री वसावन ने बताया कि मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में एक वर्चुअल बैठक में यह निर्णय लिया गया कि भीड़भाड़ को रोकने के लिए प्रतिदिन 80,000 तीर्थयात्रियों की सीमा तय की जाएगी। उन्होंने बताया कि पिछले स्पॉट बुकिंग से भीड़भाड़ और प्रबंधन की चुनौतियाँ उत्पन्न हुई थीं। इस वर्ष सरकार एक वर्चुअल कतार बुकिंग प्रणाली का उपयोग करेगी ताकि सभी तीर्थयात्रियों के लिए सुरक्षा और बेहतर अनुभव सुनिश्चित किया जा सके। तीर्थयात्रियों के प्रवाह को संभालने के लिए बुनियादी ढांचे और भीड़ प्रबंधन के उपाय किए जाएंगे।
Doubts Revealed
सबरीमाला मंदिर -: सबरीमाला मंदिर भारत के केरल राज्य में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है। यह भगवान अयप्पा को समर्पित है और हर साल लाखों भक्त इसे देखने आते हैं।
मंडला मकरविलक्कु उत्सव -: मंडला मकरविलक्कु उत्सव सबरीमाला मंदिर में एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है। यह लगभग दो महीने तक चलता है और इसमें विभिन्न अनुष्ठान और समारोह शामिल होते हैं, जो कई तीर्थयात्रियों को आकर्षित करते हैं।
पीएन महेश नमबूदिरी -: पीएन महेश नमबूदिरी सबरीमाला मंदिर के मुख्य पुजारी हैं। वह मंदिर में महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठान और समारोह करने के लिए जिम्मेदार हैं।
ऑनलाइन बुकिंग प्रणाली -: ऑनलाइन बुकिंग प्रणाली भक्तों के लिए इंटरनेट का उपयोग करके मंदिर की यात्रा आरक्षित करने का एक तरीका है। यह सुरक्षा और आराम सुनिश्चित करने के लिए आगंतुकों की संख्या को प्रबंधित करने में मदद करता है।
80,000 तीर्थयात्री -: सरकार ने मंदिर में प्रतिदिन केवल 80,000 तीर्थयात्रियों को अनुमति देने का निर्णय लिया है। यह सीमा भीड़भाड़ को रोकने और सभी के लिए एक सुरक्षित और सुखद अनुभव सुनिश्चित करने के लिए निर्धारित की गई है।