सबरिमाला मंदिर में मंडला-मकरविलक्कु उत्सव के लिए भक्तों की भीड़
केरल के पथानमथिट्टा में स्थित सबरिमाला मंदिर में हजारों भक्त मंडला-मकरविलक्कु उत्सव में भाग लेने के लिए एकत्र हुए हैं। मंदिर 15 नवंबर को खोला गया, जिससे तीर्थयात्रा का मौसम शुरू हो गया।
भक्तों के अनुभव
मुंबई के भक्त आनंद ने सबरिमाला में परिवहन और बुनियादी ढांचे में सुधार की सराहना की। तमिलनाडु के एक अन्य भक्त ने ऑनलाइन पंजीकरण प्रणाली की प्रशंसा की, जिससे उनकी तीर्थयात्रा सुगम हो गई। बेंगलुरु के कौशिक ने अच्छी तरह से प्रबंधित सुविधाओं और भीड़ नियंत्रण की तारीफ की।
मंदिर में नई नेतृत्व
मंदिर के गर्भगृह को निवर्तमान मुख्य पुजारी पीएन महेश नमबूथिरी ने खोला। नए मुख्य पुजारी एस. अरुण कुमार नमबूथिरी और वासुदेवन नमबूथिरी अयप्पा और मलिकप्पुरम देवी मंदिरों में कार्यभार संभालेंगे।
सरकार की ऑनलाइन बुकिंग प्रणाली
केरल के देवस्वम मंत्री वीएन वासवन ने सरकार के ऑनलाइन बुकिंग प्रणाली के निर्णय की व्याख्या की, जो तीर्थयात्रियों की संख्या को प्रबंधित करने के लिए है। विपक्ष के नेता वी.डी. सतीसन ने इस प्रणाली पर चिंता व्यक्त की, यह सुझाव देते हुए कि यह कुछ भक्तों को बाहर कर सकता है। हालांकि, सरकार का उद्देश्य भीड़भाड़ को रोकने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दैनिक तीर्थयात्रियों की संख्या 80,000 तक सीमित करना है।
Doubts Revealed
सबरीमाला मंदिर -: सबरीमाला मंदिर भारत के केरल राज्य में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है। यह भगवान अयप्पा को समर्पित है और देश के सबसे अधिक देखे जाने वाले तीर्थ स्थलों में से एक है।
मंडला-मकरविलक्कु उत्सव -: मंडला-मकरविलक्कु उत्सव सबरीमाला मंदिर में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है। इसमें 41 दिनों की पूजा और अनुष्ठान शामिल होते हैं, जो हजारों भक्तों को आकर्षित करते हैं।
भक्त -: भक्त वे लोग होते हैं जो अपनी धार्मिक मान्यताओं और प्रथाओं के प्रति बहुत समर्पित होते हैं। इस संदर्भ में, वे लोग हैं जो सबरीमाला मंदिर में पूजा करने और उत्सव में भाग लेने के लिए आते हैं।
तीर्थयात्रा का मौसम -: तीर्थयात्रा का मौसम वर्ष का एक विशेष समय होता है जब लोग धार्मिक कारणों से एक पवित्र स्थान की यात्रा करते हैं। सबरीमाला के लिए, यह नवंबर में शुरू होता है और कई हफ्तों तक चलता है।
ऑनलाइन पंजीकरण प्रणाली -: ऑनलाइन पंजीकरण प्रणाली एक तरीका है जिससे लोग इंटरनेट का उपयोग करके मंदिर की यात्रा के लिए साइन अप या बुक कर सकते हैं। यह आगंतुकों की संख्या को प्रबंधित करने और भीड़भाड़ से बचने में मदद करता है।
मुख्य पुजारी -: मुख्य पुजारी मंदिर के मुख्य धार्मिक नेता होते हैं जो महत्वपूर्ण अनुष्ठान और समारोह करते हैं। वे भक्तों को उनकी पूजा में मार्गदर्शन करते हैं।
देवस्वोम मंत्री -: देवस्वोम मंत्री केरल में एक सरकारी अधिकारी होते हैं जो मंदिरों और धार्मिक मामलों के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार होते हैं। वे यह सुनिश्चित करने में मदद करते हैं कि मंदिर की गतिविधियाँ सुचारू रूप से चलें और किसी भी चिंता का समाधान करें।