झारखंड मुक्ति मोर्चा नेता मनोज पांडे ने ईडी छापों की आलोचना की

झारखंड मुक्ति मोर्चा नेता मनोज पांडे ने ईडी छापों की आलोचना की

झारखंड मुक्ति मोर्चा नेता मनोज पांडे ने ईडी छापों की आलोचना की

रांची, झारखंड में, झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के नेता मनोज पांडे ने झारखंड और पश्चिम बंगाल में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा हाल ही में किए गए छापों की निंदा की। ये छापे कथित बांग्लादेशी घुसपैठ से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग की जांच का हिस्सा हैं। पांडे ने आरोप लगाया कि केंद्रीय एजेंसियां चुनावों से पहले विपक्षी राज्यों को निशाना बना रही हैं और ये कार्रवाइयाँ राजनीतिक रूप से प्रेरित हैं।

ईडी की जांच

ईडी के छापे, जो एक दर्जन से अधिक स्थानों पर हुए, का उद्देश्य सीमा पार गतिविधियों से जुड़े अवैध वित्तीय लेन-देन का पता लगाना है। जांच में उन व्यक्तियों और संगठनों की जांच शामिल है जो इन गतिविधियों को सुविधाजनक बनाने के संदेह में हैं। ईडी ने 6 जून को रांची में दर्ज एक मामले को अपने हाथ में लिया है, जो कथित घुसपैठ से संबंधित है।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की आलोचना की, उनके निर्वाचन क्षेत्र गोड्डा को “भ्रष्टाचार का केंद्र” कहा। दुबे ने भूमि और वन संसाधनों के अवैध शोषण और विदेशी कंपनियों के साथ संबंधों का आरोप लगाया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी सोरेन सरकार की आलोचना की, उस पर अवैध भूमि हस्तांतरण की अनुमति देने और वोट बैंक की राजनीति में शामिल होने का आरोप लगाया।

आगामी चुनाव

ये घटनाक्रम झारखंड में 13 और 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों के रूप में सामने आ रहे हैं, जिनके परिणाम 23 नवंबर को आने की उम्मीद है। पिछले चुनावों में, जेएमएम ने 30 सीटें जीती थीं, भाजपा ने 25 और कांग्रेस ने 16।

Doubts Revealed


झारखंड मुक्ति मोर्चा -: झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) भारत के झारखंड राज्य में एक राजनीतिक पार्टी है। यह मुख्य रूप से क्षेत्र में आदिवासी लोगों के अधिकारों और विकास पर ध्यान केंद्रित करती है।

मनोज पांडे -: मनोज पांडे झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी के नेता हैं। वह राजनीति में शामिल हैं और अपनी पार्टी और उसके समर्थकों के हितों का प्रतिनिधित्व करते हैं।

प्रवर्तन निदेशालय -: प्रवर्तन निदेशालय (ED) भारत में एक सरकारी एजेंसी है जो मनी लॉन्ड्रिंग जैसे वित्तीय अपराधों की जांच करती है। वे सुनिश्चित करते हैं कि लोग और व्यवसाय देश के वित्तीय कानूनों का पालन करें।

छापे -: छापे पुलिस या ED जैसी प्राधिकरणों द्वारा किसी स्थान पर अवैध गतिविधियों या सबूतों की खोज के लिए अचानक दौरे होते हैं। इन्हें अपराधियों को पकड़ने और अपराधों के सबूत इकट्ठा करने के लिए किया जाता है।

मनी लॉन्ड्रिंग -: मनी लॉन्ड्रिंग अवैध पैसे को वैध दिखाने की प्रक्रिया है। लोग ऐसा अपने पैसे के वास्तविक स्रोत को छिपाने के लिए करते हैं, जो अक्सर आपराधिक गतिविधियों से आता है।

बांग्लादेशी घुसपैठ -: बांग्लादेशी घुसपैठ का मतलब है कि बांग्लादेश से लोग बिना कानूनी अनुमति के भारत में प्रवेश करते हैं। इससे अवैध बस्तियों और संसाधनों पर दबाव जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

बीजेपी -: बीजेपी का मतलब भारतीय जनता पार्टी है, जो भारत की एक प्रमुख राजनीतिक पार्टी है। यह देश की दो सबसे बड़ी पार्टियों में से एक है और वर्तमान में राष्ट्रीय स्तर पर सत्ता में है।

निशिकांत दुबे -: निशिकांत दुबे बीजेपी के सांसद (MP) हैं। वह अपनी पार्टी और अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के हितों का प्रतिनिधित्व करते हैं।

अमित शाह -: अमित शाह बीजेपी के वरिष्ठ नेता और भारत के केंद्रीय गृह मंत्री हैं। वह देश की आंतरिक सुरक्षा और कानून व्यवस्था के लिए जिम्मेदार हैं।

विधानसभा चुनाव -: विधानसभा चुनाव राज्य सरकार के लिए प्रतिनिधियों को चुनने के लिए आयोजित किए जाते हैं। लोग अपने राज्य के लिए निर्णय लेने वाले नेताओं को चुनने के लिए वोट देते हैं।

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