कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने नए एंटी-पेपर लीक कानून की आलोचना की

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने नए एंटी-पेपर लीक कानून की आलोचना की

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने नए एंटी-पेपर लीक कानून की आलोचना की

नई दिल्ली [भारत], 22 जून: कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने 21 जून से लागू हुए नए एंटी-पेपर लीक कानून को लेकर भारतीय जनता पार्टी सरकार की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि यह कानून लीक होने के बाद की स्थिति को संभालता है, बजाय इसके कि लीक को पहले ही रोका जाए।

पब्लिक एग्जामिनेशंस (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम, 2024, का उद्देश्य देश भर में सार्वजनिक परीक्षाओं और सामान्य प्रवेश परीक्षाओं में अनुचित प्रथाओं को रोकना है। यह विधेयक फरवरी में संसद द्वारा पारित किया गया था और 13 फरवरी, 2024 को राष्ट्रपति की स्वीकृति प्राप्त हुई थी।

जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पर अपने विचार व्यक्त करते हुए इस कानून को ‘डैमेज कंट्रोल’ उपाय बताया, जो NEET, UGC-NET और CSIR-UGC-NET जैसी परीक्षाओं में विवादों को संबोधित करता है। उन्होंने लीक को शुरू में ही रोकने के लिए कानूनों और प्रणालियों की आवश्यकता पर जोर दिया।

यह अधिनियम परीक्षा से संबंधित गोपनीय जानकारी को समय से पहले प्रकट करने और परीक्षा केंद्रों में अनधिकृत प्रवेश को निषिद्ध करता है। अपराधियों को तीन से पांच साल की कैद और 10 लाख रुपये तक के जुर्माने का सामना करना पड़ सकता है।

हाल की परीक्षा विवादों, जिसमें NEET-UG 2024 में अनियमितताओं और पेपर लीक के आरोप शामिल हैं, ने पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए पुनः परीक्षाओं और रद्दीकरण की आवश्यकता को जन्म दिया है।

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