लद्दाख में सैनिकों की वापसी के बाद दिवाली पर भारत-चीन ने मिठाई बांटी
नई दिल्ली में, पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के साथ सैनिकों की वापसी के बाद, भारतीय और चीनी सैनिकों ने दिवाली पर मिठाई का आदान-प्रदान किया। इस कदम को दोनों देशों के बीच संबंध सुधारने के लिए एक सकारात्मक कदम के रूप में देखा जा रहा है।
विसेषज्ञों की राय
रक्षा विशेषज्ञ प्रफुल बक्शी ने इस आदान-प्रदान को भारतीय मूल्यों का प्रतिबिंब बताया, लेकिन चीन की वापसी प्रक्रिया के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने चीन की मंशा को समझने के लिए मजबूत खुफिया जानकारी की आवश्यकता पर जोर दिया।
एक अन्य रक्षा विशेषज्ञ, अनिल गौर ने इसे एक मजबूत कदम बताया और कहा कि भारत और चीन के बीच तनाव किसी के लिए भी लाभकारी नहीं है। उन्होंने मिठाई के आदान-प्रदान द्वारा भेजे गए आश्वस्तिक संदेश को रेखांकित किया।
आशावाद और सतर्कता
विदेश मामलों के विशेषज्ञ रोबिंदर सचदेव ने इस विकास के प्रति आशावाद व्यक्त किया, लेकिन चीन की अप्रत्याशितता के प्रति चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि मिठाई का आदान-प्रदान पाकिस्तान को संदेश भेज सकता है, जो इस विकास का समर्थन नहीं कर सकता।
पृष्ठभूमि
भारत और चीन के बीच सीमा गतिरोध 2020 में पूर्वी लद्दाख में चीनी सैन्य कार्रवाइयों के कारण शुरू हुआ, जिससे लंबे समय तक तनाव बना रहा। हाल ही में, दोनों देशों ने एलएसी के साथ नए गश्ती व्यवस्थाओं पर सहमति व्यक्त की है।
Doubts Revealed
दिवाली -: दिवाली भारत में मनाया जाने वाला एक लोकप्रिय हिंदू त्योहार है, जिसे रोशनी का त्योहार कहा जाता है। लोग दीप जलाते हैं, पटाखे फोड़ते हैं, और मिठाइयाँ बाँटते हैं ताकि अंधकार पर प्रकाश की विजय का जश्न मना सकें।
लद्दाख डिसएंगेजमेंट -: लद्दाख डिसएंगेजमेंट उस प्रक्रिया को संदर्भित करता है जहाँ भारतीय और चीनी सैनिकों ने लद्दाख क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा के साथ अपनी स्थिति से पीछे हट गए। यह तनाव को कम करने और संघर्ष से बचने के लिए किया गया था।
वास्तविक नियंत्रण रेखा -: वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) भारत और चीन के बीच की वास्तविक सीमा है। यह एक स्पष्ट रूप से चिह्नित सीमा नहीं है, जो कभी-कभी दोनों देशों के बीच विवाद का कारण बनती है।
सैनिक डिसएंगेजमेंट -: सैनिक डिसएंगेजमेंट का मतलब है कि भारत और चीन दोनों पक्षों के सैनिक अपनी स्थिति से पीछे हट गए हैं ताकि तनाव को कम किया जा सके और किसी संभावित संघर्ष से बचा जा सके।
द्विपक्षीय संबंध -: द्विपक्षीय संबंध दो देशों के बीच के संबंधों को संदर्भित करता है। इस संदर्भ में, इसका मतलब भारत और चीन के बीच का संबंध है।
प्रफुल बक्शी -: प्रफुल बक्शी एक रक्षा विशेषज्ञ हैं जो भारत में सैन्य और रक्षा मामलों पर अंतर्दृष्टि और राय प्रदान करते हैं।
अनिल गौर -: अनिल गौर एक अन्य रक्षा विशेषज्ञ हैं जो भारत में सैन्य और रक्षा मुद्दों पर अपने विचार साझा करते हैं।
रोबिंदर सचदेव -: रोबिंदर सचदेव एक विदेशी मामलों के विशेषज्ञ हैं जो अंतरराष्ट्रीय संबंधों और विदेश नीति मामलों पर विश्लेषण और टिप्पणी करते हैं।
सीमा गतिरोध -: सीमा गतिरोध एक स्थिति है जहाँ दो देशों की सैन्य सेनाएँ सीमा पर आमने-सामने होती हैं, जो अक्सर तनाव और संघर्ष के जोखिम की ओर ले जाती है।