SEBI प्रमुख माधबी बुच और अडानी समूह पर हिंडनबर्ग के आरोपों पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

SEBI प्रमुख माधबी बुच और अडानी समूह पर हिंडनबर्ग के आरोपों पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

SEBI प्रमुख माधबी बुच और अडानी समूह पर हिंडनबर्ग के आरोपों पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

नई दिल्ली, भारत – अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग द्वारा SEBI प्रमुख माधबी बुच और उनके पति पर लगाए गए हालिया आरोपों ने विपक्षी दलों से तीखी राजनीतिक प्रतिक्रियाएं उत्पन्न की हैं।

समाजवादी पार्टी की प्रतिक्रिया

समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता घनश्याम तिवारी ने मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि पीएम मोदी का कार्यकाल ‘अडानीवाद’ के रूप में जाना जाएगा। उन्होंने सरकार पर भारत की आर्थिक प्रणाली को गौतम अडानी के लाभ के लिए कब्जा करने का आरोप लगाया और अडानी समूह की जांच में SEBI की निष्पक्षता पर सवाल उठाया।

आम आदमी पार्टी का रुख

आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने मोदी सरकार पर भ्रष्टाचार और अडानी की रक्षा करने का आरोप लगाया। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर पुनर्विचार की मांग की।

कांग्रेस पार्टी की मांग

कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने हिंडनबर्ग के आरोपों की गहन जांच के लिए एक संयुक्त संसदीय समिति (JPC) की मांग की, यह कहते हुए कि इसमें हितों का टकराव हो सकता है।

SEBI प्रमुख की प्रतिक्रिया

माधबी पुरी बुच और उनके पति ने एक संयुक्त बयान जारी कर आरोपों को खारिज कर दिया और हिंडनबर्ग रिसर्च पर चरित्र हनन का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उनके वित्तीय मामले पारदर्शी हैं और जांच के लिए खुले हैं।

हिंडनबर्ग रिपोर्ट का पृष्ठभूमि

हिंडनबर्ग रिसर्च ने पहले अडानी समूह पर वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाया था, जिससे कंपनी के शेयर की कीमत में भारी गिरावट आई थी। सुप्रीम कोर्ट ने SEBI को आरोपों की जांच तीन महीने के भीतर पूरी करने का निर्देश दिया था।

Doubts Revealed


हिंडनबर्ग -: हिंडनबर्ग एक अनुसंधान फर्म है जो कंपनियों की जांच करती है और कभी-कभी समस्याएं या गलत काम पाती है। उन्होंने SEBI प्रमुख माधबी बुख और अडानी समूह के खिलाफ आरोप लगाए।

सेबी -: सेबी का मतलब भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड है। यह एक सरकारी संगठन है जो शेयर बाजार को नियंत्रित करता है और भारत में निवेशकों की सुरक्षा करता है।

माधबी बुख -: माधबी बुख सेबी की अध्यक्ष हैं। वह शेयर बाजार की निगरानी करने और यह सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार हैं कि सब कुछ निष्पक्ष और कानूनी हो।

अडानी समूह -: अडानी समूह एक बड़ा भारतीय कंपनी है जो ऊर्जा, संसाधन, लॉजिस्टिक्स और कृषि जैसे विभिन्न उद्योगों में काम करती है। यह गौतम अडानी के स्वामित्व में है।

समाजवादी पार्टी -: समाजवादी पार्टी भारत की एक राजनीतिक पार्टी है। यह मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश राज्य में सक्रिय है और सामाजिक न्याय और समानता पर ध्यान केंद्रित करती है।

घनश्याम तिवारी -: घनश्याम तिवारी समाजवादी पार्टी के एक राजनेता हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल की आलोचना की, इसे ‘अडानीवाद’ कहा, जिसका मतलब अडानी समूह का पक्ष लेना है।

पीएम मोदी -: पीएम मोदी का मतलब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी है, जो भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री हैं। वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता हैं।

अडानीवाद -: अडानीवाद एक शब्द है जिसका उपयोग आलोचक करते हैं यह सुझाव देने के लिए कि प्रधानमंत्री मोदी की सरकार अडानी समूह का पक्ष लेती है, जिसका मतलब पक्षपात या विशेष व्यवहार है।

आप -: आप का मतलब आम आदमी पार्टी है। यह भारत की एक राजनीतिक पार्टी है जो भ्रष्टाचार विरोधी और सुशासन पर ध्यान केंद्रित करती है।

संजय सिंह -: संजय सिंह आम आदमी पार्टी के एक राजनेता हैं। उन्होंने हिंडनबर्ग के आरोपों के जवाब में सरकार पर भ्रष्ट होने का आरोप लगाया।

कांग्रेस -: कांग्रेस पार्टी, जिसे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस भी कहा जाता है, भारत की प्रमुख राजनीतिक पार्टियों में से एक है। इसका एक लंबा इतिहास है और यह कई बार सत्ता में रही है।

मनीष तिवारी -: मनीष तिवारी कांग्रेस पार्टी के एक सांसद (सांसद) हैं। उन्होंने आरोपों की जांच के लिए एक संयुक्त संसदीय समिति की मांग की।

संयुक्त संसदीय समिति -: संयुक्त संसदीय समिति (JPC) भारत की संसद के दोनों सदनों के सदस्यों का एक समूह है। वे महत्वपूर्ण मुद्दों या आरोपों की जांच के लिए एक साथ आते हैं।

चरित्र हनन -: चरित्र हनन का मतलब किसी की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के लिए झूठे या अनुचित बयान देना है। माधबी बुख और उनके पति ने कहा कि हिंडनबर्ग ऐसा करने की कोशिश कर रहा था।

सुप्रीम कोर्ट -: सुप्रीम कोर्ट भारत का सर्वोच्च न्यायालय है। यह महत्वपूर्ण निर्णय लेता है और अन्य संगठनों, जैसे सेबी, को कार्रवाई करने का निर्देश दे सकता है।

जांच -: जांच का मतलब जांच है। सुप्रीम कोर्ट ने सेबी से अडानी समूह के खिलाफ आरोपों की जांच करने के लिए कहा ताकि सच्चाई का पता चल सके।

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