2024 में भारत के कार्ड भुगतान में 11.3% की वृद्धि होगी: GlobalData

2024 में भारत के कार्ड भुगतान में 11.3% की वृद्धि होगी: GlobalData

2024 में भारत के कार्ड भुगतान में 11.3% की वृद्धि होगी: GlobalData

GlobalData, एक डेटा और एनालिटिक्स कंपनी के अनुसार, 2024 में भारत के कार्ड भुगतान बाजार में 11.3% की वृद्धि होगी, जो 28.4 ट्रिलियन रुपये (344 बिलियन USD) तक पहुंच जाएगा। यह वृद्धि गैर-नकद भुगतान के प्रति उपभोक्ता की बढ़ती पसंद और वित्तीय समावेशन और इलेक्ट्रॉनिक भुगतान को बढ़ावा देने के लिए सरकारी पहलों द्वारा प्रेरित है।

हाल के वर्षों में महत्वपूर्ण वृद्धि

GlobalData के पेमेंट कार्ड एनालिटिक्स से पता चलता है कि 2022 में कार्ड भुगतान मूल्य में 27.1% की वृद्धि हुई, जो उपभोक्ता खर्च में वृद्धि से प्रेरित थी। यह प्रवृत्ति 2023 में भी जारी रही, जिसमें 13.1% की वृद्धि हुई और कुल कार्ड भुगतान मूल्य 25.5 ट्रिलियन रुपये (309.2 बिलियन USD) तक पहुंच गया।

विशेषज्ञ की राय

GlobalData के लीड बैंकिंग और पेमेंट्स एनालिस्ट रवि शर्मा ने नकद उपयोग में गिरावट और इलेक्ट्रॉनिक भुगतान में उपभोक्ता विश्वास की बढ़ती भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “भारत का कार्ड भुगतान बाजार नकद उपयोग में गिरावट के साथ बढ़ता जा रहा है। सरकारी पहलों और इलेक्ट्रॉनिक भुगतान में बढ़ते उपभोक्ता विश्वास ने देश में कार्ड भुगतान के विकास का मार्ग प्रशस्त किया है।”

सरकारी पहल

प्रधानमंत्री जन-धन योजना (PMJDY) कार्यक्रम के माध्यम से वित्तीय समावेशन के लिए भारतीय सरकार के प्रयासों ने इस वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य कम लागत वाले बैंक खाते और डेबिट कार्ड प्रदान करना है, विशेष रूप से ग्रामीण आबादी को लक्षित करना। व्यापारी सेवा शुल्क में कटौती ने नकद से कार्ड-आधारित लेनदेन की ओर बदलाव को और प्रोत्साहित किया है।

कार्ड के प्रकार और ई-कॉमर्स

भारत में डेबिट कार्ड सबसे प्रचलित प्रकार के कार्ड बने हुए हैं, जो बैंकिंग जनसंख्या के विस्तार से प्रेरित हैं। हालांकि, 2023 में कुल कार्ड भुगतान मूल्य का 75.7% क्रेडिट और चार्ज कार्ड्स का था। ई-कॉमर्स में वृद्धि ने भी कार्ड भुगतान के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिसमें 2023 में कुल ई-कॉमर्स लेनदेन मूल्य का 24.6% भुगतान कार्ड्स द्वारा किया गया।

इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास

इलेक्ट्रॉनिक भुगतान के विस्तार का समर्थन करने के लिए, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने जनवरी 2021 में पेमेंट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट फंड (PIDF) की स्थापना की। नवंबर 2023 तक, इस पहल ने 827,901 POS टर्मिनल और 27.2 मिलियन QR कोड स्वीकृति बिंदु सफलतापूर्वक तैनात किए थे। इस कार्यक्रम को दिसंबर 2025 तक बढ़ा दिया गया है।

भविष्य की दृष्टि

आगे देखते हुए, भारत के कार्ड भुगतान बाजार के लिए दृष्टिकोण अत्यधिक आशावादी बना हुआ है। बाजार 2024 से 2028 तक 11.1% की मजबूत संयुक्त वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) दर्ज करने का अनुमान है। इस वृद्धि के प्रमुख चालक वित्तीय समावेशन और इलेक्ट्रॉनिक भुगतान को बढ़ावा देने के लिए चल रहे सरकारी प्रयास, भुगतान इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार और विस्तारशील ई-कॉमर्स क्षेत्र हैं।

शर्मा ने निष्कर्ष निकाला, “कुल मिलाकर, कार्ड भुगतान मूल्य 2024 से 2028 के बीच 11.1% की मजबूत संयुक्त वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) दर्ज करने की उम्मीद है।”

Doubts Revealed


GlobalData -: GlobalData एक कंपनी है जो विभिन्न उद्योगों पर डेटा और विश्लेषण प्रदान करती है, जिसमें वित्त भी शामिल है। वे व्यवसायों को बाजार के रुझानों को समझने में मदद करते हैं।

Rs 28.4 trillion -: Rs 28.4 trillion का मतलब 28.4 लाख करोड़ रुपये है। यह बहुत बड़ी राशि है, जो दिखाती है कि भारत में लोग कार्ड का उपयोग करके कितना खर्च करेंगे।

USD 344 billion -: USD 344 billion अमेरिकी डॉलर में राशि है, जो यह दिखाने का एक और तरीका है कि भारत में कार्ड भुगतान बाजार कितना बड़ा होगा।

Consumer preference for non-cash payments -: इसका मतलब है कि भारत में लोग चीजें खरीदने के लिए नकद के बजाय कार्ड या डिजिटल तरीकों का उपयोग करना पसंद कर रहे हैं।

Government initiatives -: ये भारतीय सरकार द्वारा शुरू किए गए कार्यक्रम हैं जो लोगों को नकद के बजाय कार्ड और डिजिटल भुगतान का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।

Pradhan Mantri Jan-Dhan Yojana -: यह भारत में एक सरकारी कार्यक्रम है जो लोगों को बैंक खाते खोलने में मदद करता है, जिससे उन्हें कार्ड और डिजिटल भुगतान का उपयोग करना आसान हो जाता है।

Debit cards -: डेबिट कार्ड आपके बैंक खाते से जुड़े होते हैं। जब आप उनका उपयोग करते हैं, तो पैसा सीधे आपके खाते से लिया जाता है।

Credit cards -: क्रेडिट कार्ड आपको बैंक से पैसे उधार लेने की अनुमति देते हैं ताकि आप खरीदारी कर सकें, जिसे आप बाद में चुकाते हैं।

E-commerce -: ई-कॉमर्स का मतलब ऑनलाइन चीजें खरीदना और बेचना है, जैसे कि अमेज़न या फ्लिपकार्ट जैसी वेबसाइटों पर खरीदारी करना।

RBI’s Payments Infrastructure Development Fund -: यह भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा बनाया गया एक फंड है जो भारत में डिजिटल भुगतान के लिए सिस्टम और तकनीक को सुधारने के लिए है।

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