भारत फ्रांस की मदद से और स्वदेशी तकनीक के साथ स्कॉर्पीन पनडुब्बियां बनाएगा

भारत फ्रांस की मदद से और स्वदेशी तकनीक के साथ स्कॉर्पीन पनडुब्बियां बनाएगा

भारत फ्रांस की मदद से और स्वदेशी तकनीक के साथ स्कॉर्पीन पनडुब्बियां बनाएगा

भारत अपनी नौसेना के लिए तीन अतिरिक्त स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बियां बनाने की योजना बना रहा है। ये पनडुब्बियां फ्रांसीसी नेवल ग्रुप के साथ साझेदारी में विकसित की जाएंगी और इनमें भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड द्वारा निर्मित कॉम्बैट मैनेजमेंट सिस्टम होंगे।

परियोजना विवरण

भारतीय नौसेना मझगांव डॉकयार्ड्स लिमिटेड (MDL) के साथ इन पनडुब्बियों के निर्माण के लिए बातचीत कर रही है। इस परियोजना का उद्देश्य 60% तक स्वदेशी सामग्री प्राप्त करना है, जो रक्षा प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।

मुख्य बयान

नेवल ग्रुप के कार्यकारी उपाध्यक्ष विंसेंट मार्टिनोट-लागार्ड ने कहा, “पनडुब्बी का दिल, जो कि कॉम्बैट सिस्टम है, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड द्वारा फ्रांसीसी आर्किटेक्चर पर आधारित स्वदेशी होगा।”

उन्होंने यह भी कहा कि यह परियोजना भारत में हजारों कुशल नौकरियों का सृजन करेगी और भविष्य में इन पनडुब्बियों के रखरखाव और बिक्री के लिए उद्योग को तैयार करेगी।

प्रौद्योगिकी उन्नति

नई पनडुब्बियों में नवीनतम तकनीकें होंगी, जो बेहतर युद्ध क्षमताएं, सहनशक्ति और स्टील्थ प्रदान करेंगी। इनमें से पहली पनडुब्बी छह साल में तैयार होने की उम्मीद है।

रणनीतिक महत्व

यह पहल भारत की व्यापक रणनीति का हिस्सा है, जिसमें 21 नई पारंपरिक पनडुब्बियों और छह परमाणु-संचालित पनडुब्बियों का बेड़ा विकसित करना शामिल है। उच्च स्तर की स्वदेशी सामग्री का उद्देश्य भारत को पनडुब्बी निर्माण और निर्यात के लिए एक केंद्र बनाना है।

भविष्य की संभावनाएं

इस परियोजना को इस वित्तीय वर्ष के भीतर पूरा करने की उम्मीद है, जिसमें रक्षा मंत्रालय का लक्ष्य न्यूनतम 60% स्वदेशीकरण है। यह भारत को चीन और पाकिस्तान से बढ़ते खतरों के खिलाफ सुरक्षा के लिए पनडुब्बी निर्माण में कमी और देरी को दूर करने में मदद करेगा।

Doubts Revealed


Scorpene Submarines -: स्कॉर्पीन पनडुब्बियां एक प्रकार के पानी के नीचे के सैन्य पोत हैं जो गुप्तता और युद्ध के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। वे लंबे समय तक पानी के नीचे रह सकते हैं और नौसेनाओं द्वारा अपने देशों की रक्षा के लिए उपयोग किए जाते हैं।

French Naval Group -: फ्रेंच नेवल ग्रुप फ्रांस की एक कंपनी है जो सैन्य के लिए जहाज और पनडुब्बियां बनाती है। वे भारत को इन नई पनडुब्बियों के निर्माण में मदद कर रहे हैं।

Bharat Electronics Limited -: भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड एक भारतीय कंपनी है जो सैन्य के लिए इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद बनाती है। वे पनडुब्बियों के लिए स्थानीय तकनीक प्रदान कर रहे हैं।

Indigenous content -: स्वदेशी सामग्री का मतलब है कि सामग्री और तकनीक का उपयोग करना जो भारत में बनाई गई हैं। इस परियोजना के लिए, 60% पनडुब्बी के हिस्से और तकनीक भारत से आएंगे।

Combat systems -: कॉम्बैट सिस्टम्स वे उपकरण और तकनीक हैं जो पनडुब्बियों में लड़ाई और रक्षा के लिए उपयोग किए जाते हैं। इनमें हथियार, सेंसर और संचार उपकरण शामिल हैं।

Self-reliant -: आत्मनिर्भर का मतलब है कि बिना किसी की मदद के अपने आप चीजें करने में सक्षम होना। भारत रक्षा में आत्मनिर्भर बनना चाहता है ताकि वह अन्य देशों पर निर्भर हुए बिना अपनी रक्षा कर सके।

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