अस्ले तोजे: 2050 तक भारत बनेगा दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
नई दिल्ली [भारत], 25 जून: नोबेल शांति पुरस्कार समिति के उप नेता अस्ले तोजे ने भविष्यवाणी की है कि 2050 तक भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। उन्होंने यह बयान दिल्ली में ‘फ्यूचर वॉच: द इमर्जिंग वर्ल्ड ऑर्डर’ कार्यक्रम के दौरान दिया, जिसे पहले इंडिया फाउंडेशन ने आयोजित किया था।
तोजे, जो एक प्रसिद्ध राजनीतिक वैज्ञानिक हैं, ने कहा कि भारत एक वैश्विक महाशक्ति बनने की कगार पर है। उन्होंने सवाल किया, ‘भारत किस प्रकार की महान शक्ति बनेगा? यह विचार करने योग्य है।’ उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत को एक सौम्य शक्ति बनना चाहिए जो पीड़ा को कम करे और शांति को बढ़ावा दे, विशेष रूप से वैश्विक जलवायु परिवर्तन के संदर्भ में।
तोजे ने कहा, ‘आप इस देश की शक्ति का अंदाजा नहीं लगा सकते। आप अपने जीवनकाल में देखेंगे जब हर देश के दूत दिल्ली में सहायता के लिए आएंगे। वेदों के पाठ, इतिहास से मिली अंतर्दृष्टि, और इस देश की 10,000 साल पुरानी सभ्यता से उत्पन्न सौम्यता इसके उदय का मार्गदर्शन करेगी।’
नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष और पहले इंडिया फाउंडेशन के संस्थापक राजीव कुमार ने विकास के लिए एक अनूठे दृष्टिकोण की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘हम विश्व इतिहास में एकमात्र देश हैं जिसे अपनी कार्बन फुटप्रिंट को कम करते हुए तेजी से बढ़ना है। किसी ने भी ऐसा पहले नहीं किया है। हम किसी भी मौजूदा मॉडल का पालन नहीं करेंगे या किसी भी विकास मॉडल को स्वीकार नहीं करेंगे।’
रूस-यूक्रेन युद्ध के बारे में, तोजे ने कूटनीति की विफलता पर टिप्पणी की, ‘यह कूटनीति का संकट था। पश्चिम ने क्षेत्र में रूस के वैध भू-राजनीतिक हितों को मान्यता नहीं दी। हमने रूस के हितों की उपेक्षा की जबकि यूक्रेन को पर्याप्त समर्थन नहीं दिया ताकि रूस के अत्यधिक और अवैध आक्रमण को रोका जा सके।’ उन्होंने कहा, ‘हमने बहुत सारी बातें कीं लेकिन गंभीर कूटनीति नहीं की। रूसियों को यूक्रेनियों की अपने देश के लिए लड़ने की इच्छा और पश्चिम के समर्थन से शायद आश्चर्य हुआ, लेकिन यह संघर्ष अंततः यूरोप को तोड़ देगा, एक सच्चाई जिसे कोई स्वीकार नहीं करना चाहता।’