डोनाल्ड ट्रंप की जीत पर भारत ने अमेरिका संग मजबूत संबंधों का जश्न मनाया
भारत के विदेश मंत्रालय ने अमेरिका के साथ अपने संबंधों को ‘बहुत खास और बहुआयामी’ बताया है। यह बयान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने हाल ही में हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के बाद दिया, जिसमें डोनाल्ड ट्रंप ने दूसरी बार जीत हासिल की।
प्रधानमंत्री मोदी का संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति-निर्वाचित ट्रंप को उनकी ऐतिहासिक जीत पर बधाई दी और साथ मिलकर काम करने की इच्छा जताई। मोदी ने भारत और अमेरिका के बीच पिछले समय में हुई प्रभावी साझेदारी को रेखांकित किया और उनके व्यापक वैश्विक और रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने की उम्मीद जताई।
आर्थिक और वीजा संबंध
जयसवाल ने दोनों देशों के बीच व्यापक आर्थिक संबंधों का उल्लेख किया, जिसमें 2023 में व्यापार 190 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया। उन्होंने एच-1बी वीजा कार्यक्रम के महत्व को भी रेखांकित किया, जो भारत और अमेरिका के बीच पेशेवरों और छात्रों की गतिशीलता को सुगम बनाता है।
भविष्य की वार्ता
भारत अमेरिका के साथ रचनात्मक वार्ता करने के लिए उत्सुक है, जिसमें आर्थिक संबंध, प्रवास और रक्षा प्रौद्योगिकी निवेश पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
Doubts Revealed
डोनाल्ड ट्रम्प -: डोनाल्ड ट्रम्प एक व्यवसायी और राजनीतिज्ञ हैं जो 2017 से 2021 तक संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति थे। उन्होंने 2024 का अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीता, जिसका मतलब है कि वह फिर से राष्ट्रपति होंगे।
विदेश मंत्रालय -: विदेश मंत्रालय भारतीय सरकार का एक हिस्सा है जो भारत के अन्य देशों के साथ संबंधों को संभालता है। वे व्यापार, शांति और अन्य देशों के साथ सहयोग जैसी चीजों पर काम करते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी -: प्रधानमंत्री मोदी भारत के नेता हैं। उनका पूरा नाम नरेंद्र मोदी है, और वे 2014 से प्रधानमंत्री हैं। वे भारत को एक बेहतर स्थान बनाने और अन्य देशों के साथ अच्छे संबंध बनाने पर काम करते हैं।
एच-1बी वीजा कार्यक्रम -: एच-1बी वीजा कार्यक्रम अन्य देशों के लोगों के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका में काम करने का एक तरीका है। भारत से कई लोग इस कार्यक्रम का उपयोग अमेरिकी कंपनियों में काम करने के लिए करते हैं, विशेष रूप से प्रौद्योगिकी और इंजीनियरिंग क्षेत्रों में।
द्विपक्षीय संबंध -: द्विपक्षीय संबंध दो देशों के बीच के संबंध को संदर्भित करते हैं। इस मामले में, इसका मतलब भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच का संबंध है, जिसमें व्यापार, सहयोग और मित्रता शामिल है।