भारत के राष्ट्रीय ग्रीन हाइड्रोजन मिशन: नए दिशा-निर्देश और 200 करोड़ रुपये का निवेश
भारत के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) ने राष्ट्रीय ग्रीन हाइड्रोजन मिशन के तहत परीक्षण सुविधाओं और बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए नए दिशा-निर्देशों की घोषणा की है। 2025-26 तक 200 करोड़ रुपये के बजट के साथ, इस पहल का उद्देश्य ग्रीन हाइड्रोजन क्षेत्र में सुरक्षा, विश्वसनीयता और प्रदर्शन मानकों में सुधार करना है।
राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान (NISE) को योजना कार्यान्वयन एजेंसी (SIA) के रूप में नामित किया गया है और यह निधियों की तैनाती और योजना के उद्देश्यों के पालन की देखरेख करेगा। यह पहल स्वच्छ ऊर्जा समाधानों के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत (Aatma Nirbhar Bharat) के लक्ष्य के साथ मेल खाती है।
4 जनवरी, 2023 को लॉन्च किया गया राष्ट्रीय ग्रीन हाइड्रोजन मिशन वित्तीय वर्ष 2029-30 तक 19,744 करोड़ रुपये की तैनाती का लक्ष्य रखता है। इस मिशन का उद्देश्य कार्बन उत्सर्जन को काफी हद तक कम करना, जीवाश्म ईंधन आयात पर निर्भरता को कम करना और ग्रीन हाइड्रोजन क्षेत्र में भारत की तकनीकी और बाजार नेतृत्व की स्थिति को बढ़ाना है।