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भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में सैनिकों की वापसी शुरू की

भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में सैनिकों की वापसी शुरू की

भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में सैनिकों की वापसी शुरू की

भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख के दो महत्वपूर्ण स्थानों, देमचोक और डेपसांग मैदानों से सैनिकों की वापसी शुरू कर दी है। यह कदम दोनों देशों के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव कम करने के लिए हुए समझौते के बाद उठाया गया है। भारतीय सैनिक अब इस समझौते के तहत उपकरणों को पीछे के स्थानों पर ले जा रहे हैं।

समझौता हुआ

21 अक्टूबर को भारत ने चीन के साथ बातचीत में सफलता की घोषणा की, जिससे चार साल से चल रहे सैन्य गतिरोध का अंत हुआ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने समान और पारस्परिक सुरक्षा सिद्धांतों के आधार पर ‘जमीनी स्थिति’ बहाल करने की सहमति पर जोर दिया। इसमें पारंपरिक गश्त और चराई गतिविधियों को फिर से शुरू करना शामिल है।

नेताओं की बैठक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने समझौते का स्वागत किया और सीमा पर शांति और स्थिरता बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया। मोदी ने कहा कि भारत-चीन संबंध वैश्विक शांति और प्रगति के लिए महत्वपूर्ण हैं।

भविष्य की योजनाएं

विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि शांति की बहाली द्विपक्षीय संबंधों को सामान्य बनाने का मार्ग प्रशस्त करेगी। अधिकारी रणनीतिक संचार को बढ़ाने और आधिकारिक संवाद तंत्र के माध्यम से संबंधों को स्थिर करने के लिए चर्चा जारी रखेंगे।

ऐतिहासिक संदर्भ

सीमा गतिरोध 2020 में चीनी सैन्य कार्रवाइयों के कारण शुरू हुआ, जिससे लंबे समय तक तनाव बना रहा। हालिया समझौता मई 2020 से पहले की स्थिति को बहाल करने का लक्ष्य रखता है, जैसा कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा।

Doubts Revealed


ट्रूप डिसएंगेजमेंट -: ट्रूप डिसएंगेजमेंट का मतलब है कि भारत और चीन के सैनिक अपने स्थानों से पीछे हट रहे हैं ताकि तनाव कम हो और संघर्ष से बचा जा सके।

पूर्वी लद्दाख -: पूर्वी लद्दाख भारत के उत्तरी भाग में एक क्षेत्र है, जो चीन की सीमा के पास है। यह अपने ऊँचे पहाड़ों और ठंडे रेगिस्तानी जलवायु के लिए जाना जाता है।

डेमचोक और डेपसांग मैदान -: डेमचोक और डेपसांग मैदान पूर्वी लद्दाख के विशेष क्षेत्र हैं जहाँ भारतीय और चीनी सैनिक तैनात थे। ये क्षेत्र दोनों देशों के बीच तनाव के बिंदु रहे हैं।

वास्तविक नियंत्रण रेखा -: वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) वह सीमा है जो भारतीय नियंत्रित क्षेत्र को चीनी नियंत्रित क्षेत्र से अलग करती है। यह स्पष्ट रूप से चिह्नित सीमा नहीं है, जो कभी-कभी विवादों का कारण बनती है।

सैन्य गतिरोध -: सैन्य गतिरोध एक स्थिति है जहाँ दो देशों की सशस्त्र सेनाएँ बिना लड़ाई के आमने-सामने होती हैं, अक्सर किसी असहमति या विवाद के कारण।

ब्रिक्स शिखर सम्मेलन -: ब्रिक्स शिखर सम्मेलन पाँच प्रमुख देशों: ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन, और दक्षिण अफ्रीका के नेताओं की बैठक है। वे महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों और साथ काम करने के तरीकों पर चर्चा करते हैं।

मई 2020 से पहले की स्थिति -: मई 2020 से पहले की स्थिति उस समय को संदर्भित करती है जब भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ा, जिससे सीमा पर अधिक सैनिक तैनात किए गए।

द्विपक्षीय संबंध -: द्विपक्षीय संबंध दो देशों के बीच की बातचीत और संबंध होते हैं। इन संबंधों को सुधारने का मतलब है कि बेहतर तरीके से साथ काम करना और समस्याओं को शांति से हल करना।
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