भारतीय चिकित्सा संघ ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से स्वास्थ्य बजट बढ़ाने की मांग की
भारतीय चिकित्सा संघ (IMA) ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर स्वास्थ्य बजट में वृद्धि की मांग की है। उन्होंने कर-आधारित स्वास्थ्य वित्तपोषण प्रणाली की वकालत की है, यह बताते हुए कि भारत का सरकारी स्वास्थ्य खर्च दुनिया में सबसे कम है, जो जीडीपी का 1.1% से 1.6% तक है।
IMA ने स्वास्थ्य के लिए जीडीपी का न्यूनतम 2.5% आवंटन की मांग की है। उन्होंने कर-आधारित सार्वभौमिक स्वास्थ्य सेवा, सार्वजनिक क्षेत्र के अस्पतालों में निवेश और स्वास्थ्य बीमा नियमों और जीएसटी की समीक्षा का सुझाव दिया है।
उनकी प्रमुख मांगों में शामिल हैं:
- सभी नागरिकों के लिए एक बुनियादी पैकेज के साथ कर-आधारित सार्वभौमिक स्वास्थ्य सेवा
- सार्वजनिक क्षेत्र के अस्पतालों में निवेश
- स्वास्थ्य के लिए जीडीपी का 5% आवंटन
- पीएमजेएवाई को बाह्य रोगी देखभाल और दवाओं की लागत को कवर करने के लिए पुनः कल्पना करना
- प्रत्यक्ष रोगी स्थानांतरण, सह-भुगतान और प्रतिपूर्ति मॉडल की सुविधाएं
IMA ने यह भी बताया कि पीएमजेएवाई के तहत तीसरे पक्ष के भुगतानकर्ता प्रणाली की जटिलताएं भारत की चिकित्सा देखभाल प्रणाली में गंभीर समस्याएं पैदा कर रही हैं।