ICAR-NBAIR बेंगलुरु ने ITBP कर्मियों के लिए बिना डंक वाली मधुमक्खियों की ट्रेनिंग शुरू की

ICAR-NBAIR बेंगलुरु ने ITBP कर्मियों के लिए बिना डंक वाली मधुमक्खियों की ट्रेनिंग शुरू की

ICAR-NBAIR बेंगलुरु ने ITBP कर्मियों के लिए बिना डंक वाली मधुमक्खियों की ट्रेनिंग शुरू की

ICAR-नेशनल ब्यूरो ऑफ एग्रीकल्चरल इंसेक्ट रिसोर्सेज (NBAIR) बेंगलुरु ने बिना डंक वाली मधुमक्खियों पर पांच दिवसीय ट्रेनिंग का उद्घाटन किया, जिसमें बीस इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस (ITBP) कर्मियों ने भाग लिया।

परागणकर्ताओं का महत्व

ICAR-NBAIR के निदेशक डॉ. एस.एन. सुशील ने कृषि में परागणकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया, विशेष रूप से उच्च मूल्य वाली औषधीय शहद के उत्पादन के लिए। उन्होंने ITBP प्रतिभागियों को परागणकर्ताओं के लाभों को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया।

ट्रेनिंग का विवरण

इस ट्रेनिंग में बिना डंक वाली मधुमक्खियों की जीवविज्ञान और व्यवहार, मूल्य संवर्धन और शहद विपणन सहित मेलिपोनिकल्चर के सैद्धांतिक और व्यावहारिक पहलुओं को शामिल किया गया है। मेलिपोनिकल्चर पर एक ट्रेनिंग मैनुअल भी जारी किया गया।

विशेषज्ञों की भागीदारी

ITBP के टीम लीड रमेश चंद ने ट्रेनिंग के अपेक्षित लाभों की सराहना की। इस कार्यक्रम में डॉ. के. सुबहरन, डॉ. ए.एन. शैलेशा और डॉ. टी.एम. शिवलिंगस्वामी जैसे विशेषज्ञों ने भाग लिया। ट्रेनिंग का समन्वय डॉ. अमला उदयकुमार और डॉ. टी. प्रभुलिंगा द्वारा किया गया, और ITBP के संजीव रैना द्वारा सुविधा प्रदान की गई।

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