ED ने हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी पर छापेमारी में 2.98 करोड़ रुपये जब्त किए
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में छापेमारी के दौरान 2.98 करोड़ रुपये नकद और कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए हैं। ये छापेमारी हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले का हिस्सा हैं।
छापेमारी का विवरण
ED के कोलकाता जोनल ऑफिस ने मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत तलाशी अभियान चलाया। ये छापेमारी कोलकाता (पश्चिम बंगाल), लखनऊ (उत्तर प्रदेश) और मुंबई (महाराष्ट्र) में संदिग्धों के परिसरों में की गई।
जांच की पृष्ठभूमि
जांच बिहार, राजस्थान और ओडिशा में पुलिस द्वारा दर्ज की गई कई प्रथम सूचना रिपोर्टों (FIRs) के आधार पर शुरू की गई थी। ये FIRs भारतीय दंड संहिता (IPC), 1860 की विभिन्न धाराओं के तहत हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी, सहारा इंडिया ग्रुप कंपनियों और संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ दर्ज की गई थीं।
जांच के निष्कर्ष
ED की जांच में पता चला कि हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी ने एक करोड़ से अधिक निवेशकों और जमाकर्ताओं से 24,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि एकत्र की थी और उच्च रिटर्न का वादा किया था। हालांकि, सोसाइटी ने परिपक्वता राशि की वापसी नहीं की।
आगे की जांच में पता चला कि सोसाइटी द्वारा उत्पन्न अपराध की आय (PoC) को कई सहारा ग्रुप की संस्थाओं, जिनमें अंबे वैली सिटी लिमिटेड शामिल है, में स्थानांतरित कर दिया गया था। ED वर्तमान में इन PoC का पता लगा रही है।