भारत ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के तीसरे चरण की शुरुआत की
भारत के आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (MoHUA) ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के नौवें संस्करण के तीसरे चरण की शुरुआत की है। इस चरण में बल्क वेस्ट जनरेटर्स (BWGs) के कचरा प्रबंधन की पूरी मूल्य श्रृंखला का मूल्यांकन किया जाएगा।
स्वच्छ सर्वेक्षण क्या है?
स्वच्छ सर्वेक्षण एक व्यापक सर्वेक्षण है जो चार तिमाहियों में शहर की स्वच्छता का आकलन करता है। पहले दो तिमाहियों में नागरिकों से टेलीफोनिक फीडबैक लिया जाता है, तीसरी तिमाही में प्रसंस्करण सुविधाओं पर ध्यान केंद्रित किया जाता है, और चौथी तिमाही में फील्ड मूल्यांकन पर जोर दिया जाता है।
बल्क वेस्ट जनरेटर्स का महत्व
शहरी भारत प्रतिदिन लगभग 150,000 टन कचरा उत्पन्न करता है। BWGs, जिनमें आवासीय और वाणिज्यिक परिसर, सरकारी मंत्रालय और होटल और हवाई अड्डे जैसी सामाजिक संरचनाएं शामिल हैं, शहर के कचरे का 30-40% उत्पन्न करते हैं। इन्हें स्रोत पर कचरे को अलग करने और जैविक कचरे के वैज्ञानिक प्रसंस्करण को सुनिश्चित करने की आवश्यकता होती है।
सर्वेक्षण के लक्ष्य
सर्वेक्षण का उद्देश्य शहरी स्थानीय निकायों पर प्रबंधन और वित्तीय बोझ को कम करना, लैंडफिल में जाने वाले कचरे को सीमित करना और प्रदूषण और शहर के कार्बन फुटप्रिंट को कम करना है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 की तीसरी तिमाही 5 जुलाई 2024 से शुरू होगी और चौथी तिमाही सितंबर-अक्टूबर 2024 के आसपास होने की उम्मीद है।