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SEBI प्रमुख माधबी पुरी बुच और अदानी समूह पर हिंडनबर्ग के नए आरोप

SEBI प्रमुख माधबी पुरी बुच और अदानी समूह पर हिंडनबर्ग के नए आरोप

SEBI प्रमुख माधबी पुरी बुच और अदानी समूह पर हिंडनबर्ग के नए आरोप

नई दिल्ली, भारत – 12 अगस्त, 2024: अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने SEBI की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच पर नए आरोप लगाए हैं। हिंडनबर्ग का दावा है कि उन्होंने अदानी समूह से जुड़े एक ऑफशोर फंड में निवेश किया है।

घटनाओं की समयरेखा

जनवरी 2023

हिंडनबर्ग ने अदानी समूह पर वित्तीय कदाचार का आरोप लगाते हुए एक रिपोर्ट जारी की। अदानी के शेयरों में 10% तक की गिरावट आई। अदानी समूह ने आरोपों को निराधार बताया।

फरवरी 2023

सुप्रीम कोर्ट में हिंडनबर्ग के दावों की जांच के लिए एक जनहित याचिका (PIL) दायर की गई।

मार्च 2023

सुप्रीम कोर्ट ने SEBI को दो महीने के भीतर अपनी जांच पूरी करने और एक छह सदस्यीय विशेषज्ञ पैनल गठित करने का निर्देश दिया। पैनल को कोई हेरफेर के सबूत नहीं मिले।

मई 2023

कोर्ट ने SEBI की समय सीमा 14 अगस्त तक बढ़ा दी। SEBI ने बाद में अतिरिक्त 15 दिनों का अनुरोध किया।

अगस्त 2023

SEBI ने बताया कि 24 में से 22 जांचें पूरी हो चुकी हैं, जबकि दो अभी भी लंबित हैं।

नवंबर 2023

सुप्रीम कोर्ट ने आरोपों पर अपना फैसला सुरक्षित रखा।

जनवरी 2024

सुप्रीम कोर्ट ने CBI जांच की याचिका खारिज कर दी, यह कहते हुए कि SEBI को बाजार नियमन संभालना चाहिए। गौतम अदानी ने कोर्ट के फैसले के लिए आभार व्यक्त किया।

जून 2024

अदानी समूह के शेयर की कीमतें फिर से बढ़ गईं।

जुलाई 2024

हिंडनबर्ग ने खुलासा किया कि SEBI ने उनके खिलाफ कथित नियामक उल्लंघनों के लिए एक कारण बताओ नोटिस जारी किया था।

अगस्त 2024

हिंडनबर्ग ने SEBI प्रमुख माधबी पुरी बुच और उनके पति पर वित्तीय कदाचार का आरोप लगाया। बुच दंपति ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनके निवेश पारदर्शी और अदानी से असंबंधित हैं। अदानी समूह ने भी दावों को खारिज कर दिया।

SEBI ने निवेशकों से शांत रहने और उचित परिश्रम करने का आग्रह किया। हिंडनबर्ग ने बुच के वित्तीय बयानों और व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए व्यक्तिगत ईमेल के उपयोग पर और सवाल उठाए।

Doubts Revealed


Hindenburg Research -: हिंडनबर्ग रिसर्च एक कंपनी है जो वित्तीय कदाचार की जांच और रिपोर्ट करती है। वे यह देखते हैं कि कंपनियां अपने पैसे के साथ कुछ गलत कर रही हैं या नहीं।

SEBI -: सेबी का मतलब भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड है। यह एक सरकारी संगठन है जो यह सुनिश्चित करता है कि भारत में शेयर बाजार और वित्तीय बाजार सही और उचित तरीके से काम करें।

Madhabi Puri Buch -: माधबी पुरी बुच सेबी की अध्यक्ष हैं। वह उस संगठन की प्रमुख हैं जो भारत में वित्तीय बाजारों की निगरानी करता है।

Adani Group -: अदानी समूह भारत की एक बड़ी कंपनी है जो ऊर्जा, संसाधन, लॉजिस्टिक्स और कृषि जैसे कई क्षेत्रों में काम करती है। यह भारत की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है।

offshore fund -: एक ऑफशोर फंड एक प्रकार का निवेश फंड है जो निवेशकों के रहने वाले देश से अलग देश में स्थापित किया जाता है। लोग इन फंडों का उपयोग विभिन्न कारणों से करते हैं, जिनमें कर लाभ भी शामिल हैं।

financial misconduct -: वित्तीय कदाचार का मतलब पैसे के साथ कुछ गलत या अवैध करना है, जैसे वित्तीय जानकारी के बारे में झूठ बोलना या पैसे चुराना।

Supreme Court -: सुप्रीम कोर्ट भारत का सर्वोच्च न्यायालय है। यह देश में महत्वपूर्ण कानूनी मामलों पर अंतिम निर्णय लेता है।
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