ऊर्जा और शहरी विकास पर केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल और हिमाचल के सीएम की चर्चा
शिमला में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मुलाकात की। इस बैठक में राज्य के ऊर्जा और शहरी विकास के क्षेत्र में चुनौतियों पर चर्चा की गई। उन्होंने जलविद्युत की संभावनाओं और चल रहे परियोजनाओं पर विचार किया। केंद्रीय मंत्री ने स्थानीय विकास के लिए संघीय सरकार के समर्थन पर जोर दिया।
मनोहर लाल ने हिमाचल प्रदेश में जलविद्युत की संभावनाओं को उजागर किया और राज्य के मुफ्त बिजली के हिस्से को बढ़ाने पर सहमति जताई। हिमाचल के बिजली लाभ को बढ़ाने के लिए दो महीने के भीतर एक कार्य योजना विकसित की जाएगी। चर्चा में भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड परियोजना भी शामिल थी, जहां हिमाचल का 7.19% हिस्सा है, और अंतर-राज्यीय विवादों को सुलझाने के प्रयास जारी हैं।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने राज्यों के साथ केंद्रीय मंत्री की सहभागिता की सराहना की, जिससे हिमाचल को अपनी चिंताओं को सीधे संबोधित करने का अवसर मिला। उन्होंने राज्य की अनूठी जरूरतों पर जोर दिया, जहां बिजली उत्पादन के लिए पानी मुख्य संसाधन है। क्षेत्रीय परियोजनाओं और रॉयल्टी अधिकारों पर चर्चा की गई, और निर्णय 15 जनवरी तक अपेक्षित हैं।
ग्रीन ऊर्जा लक्ष्यों पर भी चर्चा की गई, जिसमें 2030 तक 500 गीगावाट सौर ऊर्जा का राष्ट्रीय लक्ष्य शामिल है। मनोहर लाल ने हिमाचल के लिए जलविद्युत को एक प्रमुख नवीकरणीय विकल्प के रूप में जोर दिया। दोनों नेताओं ने चर्चाओं के सकारात्मक परिणामों के प्रति आशावाद व्यक्त किया और हिमाचल की जरूरतों को पूरा करने के लिए सहयोगात्मक प्रयास जारी रखने पर सहमति व्यक्त की।
Doubts Revealed
केंद्रीय मंत्री -: एक केंद्रीय मंत्री भारत सरकार का सदस्य होता है जो ऊर्जा या शिक्षा जैसे किसी विशेष विभाग या मंत्रालय का प्रभारी होता है। वे देश के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेने में मदद करते हैं।
मनोहर लाल -: मनोहर लाल भारत में एक राजनेता हैं जो वर्तमान में केंद्रीय मंत्री के रूप में सेवा कर रहे हैं। वे देश के लिए महत्वपूर्ण परियोजनाओं और नीतियों पर काम करते हैं।
हिमाचल प्रदेश मुख्यमंत्री -: सीएम का मतलब मुख्यमंत्री होता है, जो एक भारतीय राज्य की सरकार का प्रमुख होता है। सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं, जो उत्तरी भारत का एक राज्य है।
जलविद्युत शक्ति -: जलविद्युत शक्ति वह बिजली है जो नदियों या झरनों जैसे चलती पानी की ऊर्जा का उपयोग करके उत्पन्न होती है। यह ऊर्जा का एक स्वच्छ और नवीकरणीय स्रोत है।
भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड -: भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड एक संगठन है जो भारत में भाखड़ा और ब्यास नदियों से जल संसाधनों और बिजली उत्पादन का प्रबंधन करता है। यह कई राज्यों को पानी और बिजली प्रदान करने में मदद करता है।
हरित ऊर्जा -: हरित ऊर्जा उन ऊर्जा स्रोतों को संदर्भित करती है जो पर्यावरण के अनुकूल होते हैं और पृथ्वी को प्रदूषित नहीं करते, जैसे सौर, पवन, और जलविद्युत शक्ति। यह जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने में मदद करती है।
500 गीगावाट -: एक गीगावाट एक अरब वाट के बराबर शक्ति की इकाई है। 2030 तक 500 गीगावाट सौर ऊर्जा का लक्ष्य भारत का उद्देश्य है कि वह अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सूर्य से बड़ी मात्रा में स्वच्छ ऊर्जा का उत्पादन करे।