जय राम ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा मानसून सत्र में सरकार पर साधा निशाना

जय राम ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा मानसून सत्र में सरकार पर साधा निशाना

जय राम ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा मानसून सत्र में सरकार पर साधा निशाना

हिमाचल प्रदेश विधानसभा का दस दिवसीय मानसून सत्र शिमला में एक टकरावपूर्ण माहौल के साथ शुरू हुआ। विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर ने सरकार के खिलाफ मोर्चा संभाला और कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा के लिए विपक्ष की तत्परता पर जोर दिया।

विपक्ष द्वारा उठाए गए मुख्य मुद्दे

ठाकुर ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उजागर किया, जिनमें शामिल हैं:

  • कानून और व्यवस्था
  • भ्रष्टाचार
  • सरकार द्वारा किए गए वादों का पूरा न होना
  • भारी बारिश के कारण जान-माल का नुकसान
  • बद्दी में हुई भीड़-हिंसा की घटना

ठाकुर ने कहा, “यह दस दिवसीय सत्र है। हम कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाएंगे, जिनमें भारी बारिश के कारण जान-माल का नुकसान और राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था शामिल है। भ्रष्टाचार भी एक बड़ा मुद्दा है जिस पर चर्चा की आवश्यकता है।”

सरकार की प्रतिक्रिया

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विपक्ष से सत्र में रचनात्मक रूप से भाग लेने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “हमने निर्णय लिया है कि विपक्ष को वॉकआउट करने के बजाय सत्र में गंभीरता से भाग लेना चाहिए। हम अनुरोध करते हैं कि भाजपा किसानों और युवाओं से संबंधित मुद्दों को उठाए, भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चर्चा करे, और हम उनके सवालों का जवाब देंगे।”

मुख्यमंत्री का रचनात्मक भागीदारी का आह्वान राज्य के सामने आने वाले महत्वपूर्ण मुद्दों पर एकजुटता और ध्यान केंद्रित करने की सीधी अपील थी, जबकि विपक्ष का रुख एक तनावपूर्ण और विवादास्पद सत्र की ओर इशारा करता है।

Doubts Revealed


जय राम ठाकुर -: जय राम ठाकुर भारत में एक राजनीतिज्ञ हैं। वह हिमाचल प्रदेश में विपक्ष के नेता हैं, जिसका मतलब है कि वह उन राजनेताओं के समूह का नेतृत्व करते हैं जो सत्ता में नहीं हैं।

हिमाचल प्रदेश विधान सभा -: हिमाचल प्रदेश विधान सभा भारत के राज्य हिमाचल प्रदेश की विधायी सभा है। यह वह जगह है जहां निर्वाचित प्रतिनिधि कानून बनाने और महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने के लिए मिलते हैं।

मानसून सत्र -: मानसून सत्र वह अवधि है जब विधायी सभा वर्षा ऋतु के दौरान मिलती है। भारत में, सरकार वर्ष भर में विभिन्न सत्र आयोजित करती है ताकि कानूनों पर चर्चा और पारित किया जा सके।

विपक्ष के नेता -: विपक्ष के नेता सबसे बड़े राजनीतिक दल के प्रमुख होते हैं जो सत्ता में नहीं होता। यह व्यक्ति सरकार पर नजर रखता है और सुधारों का सुझाव देता है।

कानून और व्यवस्था -: कानून और व्यवस्था उस स्थिति को संदर्भित करता है जहां कानूनों का पालन किया जाता है, और पुलिस समाज में शांति और सुरक्षा बनाए रखती है।

भ्रष्टाचार -: भ्रष्टाचार तब होता है जब सत्ता में लोग व्यक्तिगत लाभ के लिए अवैध या बेईमान काम करते हैं, जैसे रिश्वत लेना।

भीड़-हत्या -: भीड़-हत्या तब होती है जब लोगों का एक समूह कानून को अपने हाथ में ले लेता है और बिना निष्पक्ष मुकदमे के किसी को नुकसान पहुंचाता है या मार डालता है, जिसे वे गलत मानते हैं।

बद्दी -: बद्दी हिमाचल प्रदेश, भारत का एक शहर है। यह अपने औद्योगिक क्षेत्र के लिए जाना जाता है जहां कई कारखाने स्थित हैं।

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू -: सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। मुख्यमंत्री राज्य सरकार के प्रमुख होते हैं।

वॉकआउट -: वॉकआउट तब होते हैं जब विधायी सभा के सदस्य विरोध में बैठक छोड़ देते हैं, यह दिखाने के लिए कि वे जो हो रहा है उससे असहमत हैं।

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