हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अनाथ बच्चों के साथ मनाई दिवाली
शिमला में उत्सव की धूम
बुधवार को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला के मशोबरा और टूटीकंडी के बालिका और बाल आश्रम में बच्चों के साथ दिवाली मनाई। उन्होंने लक्ष्मी पूजन किया और राज्य में शांति और समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री ने बच्चों को मिठाई, पटाखे और उपहार वितरित किए और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
अनाथ बच्चों के लिए सरकार की प्रतिबद्धता
मुख्यमंत्री सुक्खू ने अपने दौरे के दौरान बच्चों के लिए गोवा जैसे स्थानों पर शैक्षिक यात्राओं की योजना की घोषणा की, जिसका पूरा खर्च सरकार उठाएगी। उन्होंने राज्य की अनाथ कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित किया, यह बताते हुए कि हिमाचल प्रदेश अनाथों को ‘राज्य के बच्चे’ के रूप में अपनाने वाला पहला राज्य है। सरकार उनकी शिक्षा के लिए 75,000 रुपये प्रदान करेगी।
नई पहल और सांस्कृतिक कार्यक्रम
मुख्यमंत्री सुक्खू ने मशोबरा के बालिका आश्रम में एक डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना का निर्देश दिया। बच्चों ने एक जीवंत सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। बाद में, उन्होंने मशोबरा के नारी सेवा निकेतन का दौरा किया, दिवाली की शुभकामनाएं दीं और उपहार वितरित किए। इस कार्यक्रम में उपयुक्त आयुक्त अनुपम कश्यप, महिला और बाल विकास निदेशक किरण भदाना, पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
Doubts Revealed
हिमाचल प्रदेश -: हिमाचल प्रदेश उत्तरी भारत का एक राज्य है, जो अपनी सुंदर पहाड़ियों और दर्शनीय स्थलों के लिए जाना जाता है। यह प्रकृति और साहसिक प्रेमियों के लिए एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है।
मुख्यमंत्री -: मुख्यमंत्री भारतीय राज्य में सरकार के प्रमुख होते हैं। वे महत्वपूर्ण निर्णय लेने और राज्य के मामलों का प्रबंधन करने के लिए जिम्मेदार होते हैं।
सुखविंदर सिंह सुक्खू -: सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। वे एक राजनीतिक नेता हैं जो राज्य को सुधारने और इसके लोगों की मदद करने के लिए काम करते हैं।
दीवाली -: दीवाली, जिसे प्रकाश पर्व भी कहा जाता है, भारत में मनाया जाने वाला एक प्रमुख हिंदू त्योहार है। यह अंधकार पर प्रकाश और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है।
अनाथ -: अनाथ वे बच्चे होते हैं जिनके पास उनकी देखभाल करने के लिए माता-पिता नहीं होते। वे अक्सर विशेष घरों में रहते हैं जिन्हें अनाथालय कहा जाता है जहाँ उनकी देखभाल की जाती है।
लक्ष्मी पूजन -: लक्ष्मी पूजन दीवाली के दौरान किया जाने वाला एक विशेष प्रार्थना है जिसमें देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है, जो धन और समृद्धि लाने वाली मानी जाती हैं।
बालिका और बाल आश्रम -: बालिका और बाल आश्रम वे घर होते हैं जहाँ बच्चों की देखभाल की जाती है जिनके पास माता-पिता नहीं होते। ‘बालिका’ का अर्थ है लड़की और ‘बाल’ का अर्थ है बच्चा, इसलिए ये स्थान बच्चों की देखभाल के लिए होते हैं।
शैक्षिक यात्राएँ -: शैक्षिक यात्राएँ बच्चों को उनके नियमित स्कूल वातावरण के बाहर नई चीजें सीखने में मदद करने के लिए आयोजित की जाती हैं। ये यात्राएँ अक्सर मजेदार और सूचनात्मक होती हैं।
डिजिटल लाइब्रेरी -: डिजिटल लाइब्रेरी पुस्तकों और संसाधनों का एक संग्रह है जो इलेक्ट्रॉनिक रूप में उपलब्ध होता है। यह लोगों को कंप्यूटर या अन्य डिजिटल उपकरणों का उपयोग करके पढ़ने और सीखने की अनुमति देता है।
गणमान्य व्यक्ति -: गणमान्य व्यक्ति वे महत्वपूर्ण लोग होते हैं जो समाज या सरकार में उच्च पदों पर होते हैं। उन्हें अक्सर विशेष कार्यक्रमों और समारोहों में आमंत्रित किया जाता है।