रोहित पवार ने महाराष्ट्र सरकार की नई योजना की आलोचना की
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता रोहित पवार ने दावा किया है कि महाराष्ट्र सरकार की नई ‘मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन’ योजना राजनीतिक रूप से प्रेरित है और इसमें पर्याप्त धनराशि की कमी है। उनका मानना है कि यह योजना, जो 21-65 वर्ष की महिलाओं को प्रति माह 1500 रुपये प्रदान करती है, आगामी चुनावों को प्रभावित करने के लिए बनाई गई है और वित्तीय सीमाओं के कारण लंबे समय तक नहीं चल सकती।
योजना का विवरण
उपमुख्यमंत्री अजित पवार, जो एनसीपी प्रमुख भी हैं और वित्त विभाग का कार्यभार संभालते हैं, ने राज्य बजट प्रस्तुति के दौरान इस योजना की घोषणा की। यह योजना मध्य प्रदेश की लाडली बहना योजना से प्रेरित है और जुलाई 2024 से लागू की जाएगी। अजित पवार ने कहा कि लाभार्थियों को भुगतान उनके दस्तावेज़ पूरा होने के बाद भी मिलेगा। आवेदन की अंतिम तिथि 31 अगस्त तक बढ़ा दी गई है और आवेदकों की आयु सीमा 65 वर्ष कर दी गई है।
अतिरिक्त कल्याणकारी उपाय
अजित पवार ने बजट में कई अन्य कल्याणकारी उपायों की भी घोषणा की:
- कपास और सोयाबीन किसानों के लिए प्रति हेक्टेयर 5000 रुपये का बोनस।
- दूध उत्पादक किसानों के लिए प्रति लीटर 5 रुपये का बोनस।
- पशु हमलों के कारण होने वाली मौतों के लिए मुआवजा 20 लाख रुपये से बढ़ाकर 25 लाख रुपये।
- सीएम अन्ना छत्र योजना के तहत सभी घरों के लिए प्रति वर्ष तीन मुफ्त सिलेंडर।
- मुंबई क्षेत्र में डीजल और पेट्रोल पर कर में कमी।
- धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए समर्थन और सरकारी योजनाओं में तीसरे लिंग के लिए एक अलग श्रेणी।
- चिकित्सा बीमा सीमा 1.5 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये और अधिक सूचीबद्ध अस्पताल।
- बांस की खेती के लिए वित्तीय सहायता और किसानों के लिए मुफ्त सोलर पंप।
महाराष्ट्र विधानसभा का मानसून सत्र, जो 28 जून को शुरू हुआ, 12 जुलाई तक चलेगा। यह राज्य विधानसभा चुनावों से पहले का अंतिम विधायी सत्र है, जो अगले चार महीनों में होंगे।