गोवा पुलिस ने अवैध क्रिकेट सट्टेबाजी का भंडाफोड़ किया
सैल्वाडोर डो मुंडो में पांच गिरफ्तार
गोवा के पोरवोरिम पुलिस ने एक महत्वपूर्ण ऑपरेशन में पांच व्यक्तियों को अवैध क्रिकेट सट्टेबाजी चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारियां बारदेज़ गोवा के सैल्वाडोर डो मुंडो में एक बंगले में हुईं।
गिरफ्तारी का विवरण
गिरफ्तार व्यक्तियों की पहचान बिहार के रुचित कुमार और निखिल कुमार, मध्य प्रदेश के प्रांजल भाटी और कुणाल कुमार, और कर्नाटक के वंश शर्मा के रूप में हुई है। इंस्पेक्टर राहुल परब ने बताया कि पुलिस को अवैध गतिविधियों की विश्वसनीय जानकारी मिली थी, जिसके बाद सोमवार रात को छापा मारा गया।
जब्त की गई वस्तुएं
छापे के दौरान, पुलिस ने आरोपियों को विभिन्न क्रिकेट लीग और अन्य खेलों पर सट्टा लगाते हुए पाया। उन्होंने मोबाइल फोन, लैपटॉप और वाई-फाई राउटर जब्त किए, जिनकी कीमत 1.7 लाख रुपये है। आरोपियों पर गोवा दमन और दीव सार्वजनिक जुआ अधिनियम की धारा 3 और 4 के तहत आरोप लगाए गए हैं।
जांच जारी
एसपी नॉर्थ अक्षत कौशल की देखरेख में ऑपरेशन के बारे में अधिक जानकारी जुटाने के लिए जांच जारी है।
Doubts Revealed
गोवा पुलिस -: गोवा पुलिस भारत के गोवा राज्य में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार कानून प्रवर्तन एजेंसी है।
अवैध क्रिकेट सट्टेबाजी -: अवैध क्रिकेट सट्टेबाजी तब होती है जब लोग क्रिकेट मैचों पर बिना सरकार द्वारा निर्धारित कानूनी नियमों और विनियमों का पालन किए सट्टा लगाते हैं।
साल्वाडोर दो मुंडो -: साल्वाडोर दो मुंडो भारत के उत्तर गोवा के बारदेज़ तालुका में स्थित एक गाँव है।
पोरवोरिम पुलिस -: पोरवोरिम पुलिस गोवा के पोरवोरिम क्षेत्र के लिए जिम्मेदार पुलिस विभाग है, जो राजधानी शहर पणजी के पास है।
बिहार, मध्य प्रदेश, कर्नाटक -: बिहार, मध्य प्रदेश और कर्नाटक भारत के राज्य हैं जहाँ से गिरफ्तार व्यक्ति आए थे।
छापा -: छापा पुलिस द्वारा किसी स्थान पर अचानक की गई यात्रा है ताकि लोगों को कुछ अवैध करते हुए पकड़ा जा सके।
₹ 1.7 लाख -: ₹ 1.7 लाख का मतलब 170,000 रुपये है, जो भारत में मुद्रा की एक इकाई है।
गोवा दमन और दीव सार्वजनिक जुआ अधिनियम -: यह गोवा में एक कानून है जो जुआ गतिविधियों को नियंत्रित करता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे कानूनी रूप से संचालित हों।
एसपी नॉर्थ अक्षत कौशल -: एसपी नॉर्थ अक्षत कौशल उत्तर गोवा क्षेत्र के प्रभारी एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी हैं, जो जांच की देखरेख कर रहे हैं।