गेल और पेट्रोन मिलकर भारत में बायो-एथिलीन प्लांट की खोज करेंगे
नई दिल्ली [भारत], 23 अगस्त: राज्य-स्वामित्व वाली ऊर्जा कंपनी, गेल (इंडिया) और अमेरिकी कंपनी पेट्रोन साइन्टेक इंक. (पेट्रोन) भारत में 500 किलो टन प्रति वर्ष (KTA) बायो-एथिलीन प्लांट की स्थापना की खोज शुरू करेंगे। यह दोनों कंपनियों के बीच एक संयुक्त उद्यम (JV) होगा।
गेल के कार्यकारी निदेशक (व्यवसाय विकास और अन्वेषण और उत्पादन) सुमित किशोर और पेट्रोन के सीईओ योगी सरीन ने गैर-बाध्यकारी समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए, जिसमें गेल के निदेशक (व्यवसाय विकास) श्री राजीव कुमार सिंघल की उपस्थिति थी।
MoU के अनुसार, गेल और पेट्रोन परियोजना की तकनीकी और वित्तीय व्यवहार्यता का अध्ययन करेंगे। दोनों कंपनियों का लक्ष्य अपने-अपने प्रबंधन से निवेश स्वीकृति प्राप्त करना और एक संयुक्त उद्यम कंपनी का गठन करना है।
इस अवसर पर बोलते हुए, सिंघल ने कहा, “गेल भारत की स्वच्छ ऊर्जा अवसंरचना का गर्वित सदस्य है और हमेशा सतत विकास के लिए पहलों को शामिल करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम पेट्रोन के साथ इस रणनीतिक संबंध में प्रवेश करने के लिए उत्साहित हैं, जो बायो-एथेनॉल से बायो-एथिलीन तकनीक में अग्रणी है। यह MoU सतत प्रथाओं को बढ़ाने और भारत में जैव-अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
गेल भारत की प्रमुख प्राकृतिक गैस संचरण और वितरण कंपनी है, जो विभिन्न पहलों के माध्यम से देश की ऊर्जा अवसंरचना को बढ़ाने और सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है।
पेट्रोन बायोमास और अनाज प्रसंस्करण बायोरिफाइनरी परियोजनाओं की स्थापना में विशेषज्ञता रखता है ताकि इथेनॉल, बायो-एथिलीन, बायो-रसायन और विभिन्न बायो-ईंधन परियोजनाओं का उत्पादन किया जा सके। पेट्रोन वैश्विक बायो-एथिलीन तकनीक बाजार का 90 प्रतिशत हिस्सा नियंत्रित करता है।
Doubts Revealed
GAIL -: GAIL का मतलब Gas Authority of India Limited है। यह भारत की एक बड़ी कंपनी है जो प्राकृतिक गैस का काम करती है।
Petron Scientech Inc. -: Petron Scientech Inc. एक विदेशी कंपनी है जो रसायन और ईंधन को पर्यावरण के अनुकूल तरीके से बनाने का काम करती है।
MoU -: MoU का मतलब Memorandum of Understanding है। यह एक समझौते की तरह है जहां दो कंपनियां किसी चीज पर साथ काम करने का निर्णय लेती हैं।
bio-ethylene -: Bio-ethylene एक प्रकार का रसायन है जो तेल की बजाय पौधों से बनाया जाता है। इसका उपयोग प्लास्टिक जैसी चीजें बनाने में होता है और यह पर्यावरण के लिए बेहतर होता है।
500 Kilo Tons per Annum -: 500 Kilo Tons per Annum का मतलब है हर साल 500,000 टन। यह बताता है कि संयंत्र हर साल कितना bio-ethylene बनाएगा।
feasibility studies -: Feasibility studies वे जांचें हैं जो यह देखने के लिए की जाती हैं कि कोई परियोजना अच्छी तरह से काम कर सकती है या नहीं। ये लागत, तकनीक और सफलता की संभावना जैसी चीजों को देखती हैं।
JV company -: JV company का मतलब Joint Venture company है। यह एक नई कंपनी होती है जिसे दो या दो से अधिक कंपनियां मिलकर किसी परियोजना पर काम करने के लिए बनाती हैं।
bio-economy -: Bio-economy का मतलब है प्राकृतिक और नवीकरणीय संसाधनों, जैसे पौधों, का उपयोग करके उत्पाद और ऊर्जा बनाना। यह प्रदूषण को कम करने और पर्यावरण को बचाने में मदद करता है।