चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस दुर्घटना: उत्तर पूर्व रेलवे जीएम सौम्या माथुर ने राहत की घोषणा की
उत्तर प्रदेश में चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के पटरी से उतरने के बाद, उत्तर पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक सौम्या माथुर ने पीड़ितों के परिवारों के लिए वित्तीय राहत की घोषणा की। इस दुर्घटना में दो लोगों की मौत हो गई और 31 लोग घायल हो गए।
मुआवजा विवरण
सौम्या माथुर ने बताया कि मृतकों के परिवारों को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 2.5 लाख रुपये और अन्य घायलों को 50,000 रुपये मिलेंगे।
आधिकारिक बयान
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने इस घटना पर गहरा दुख और चिंता व्यक्त की। उत्तर पूर्व रेलवे के सीपीआरओ पंकज सिंह ने हताहतों और घायलों की पुष्टि की, और बचाव कार्यों और ट्रैक बहाली को प्राथमिकता देने पर जोर दिया।
बचाव और राहत प्रयास
लखनऊ और बलरामपुर से एनडीआरएफ की इकाइयों सहित आपातकालीन प्रतिक्रिया टीमों को गोंडा भेजा गया है। यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए एक विशेष ट्रेन चलाई जाएगी, और सहायता के लिए एक हेल्पलाइन नंबर स्थापित किया गया है।
Doubts Revealed
चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस -: यह एक ट्रेन है जो उत्तरी भारत के शहर चंडीगढ़ और पूर्वोत्तर राज्य असम के शहर डिब्रूगढ़ के बीच यात्रा करती है।
पटरी से उतरना -: इसका मतलब है कि ट्रेन पटरी से उतर गई, जिससे दुर्घटनाएं और चोटें हो सकती हैं।
उत्तर पूर्व रेलवे -: यह भारतीय रेलवे का एक हिस्सा है जो भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में संचालित होता है।
जीएम -: जीएम का मतलब जनरल मैनेजर है, जो रेलवे संचालन का प्रबंधन करने वाला एक उच्च-रैंकिंग अधिकारी होता है।
सौम्या माथुर -: सौम्या माथुर उत्तर पूर्व रेलवे के जनरल मैनेजर का नाम है।
वित्तीय राहत -: इसका मतलब है उन लोगों को पैसे देना जो दुर्घटना से प्रभावित या घायल हुए हैं।
₹ 10 लाख -: यह 1 मिलियन रुपये कहने का एक तरीका है, जो भारत में एक बड़ी राशि है।
असम के मुख्यमंत्री -: मुख्यमंत्री राज्य सरकार के प्रमुख होते हैं। हिमंता बिस्वा सरमा वर्तमान मुख्यमंत्री हैं।
आपातकालीन टीमें -: ये लोग हैं जो खतरनाक स्थितियों, जैसे दुर्घटनाओं में जल्दी से मदद करने के लिए आते हैं।
बचाव और पुनर्स्थापन प्रयास -: बचाव का मतलब है उन लोगों को बचाना जो खतरे में हैं, और पुनर्स्थापन का मतलब है उन चीजों को ठीक करना जो क्षतिग्रस्त हो गई थीं।