छत्तीसगढ़ सरकार का नया कदम: आदिवासी बच्चों को उनकी भाषाओं में पढ़ाना
छत्तीसगढ़ सरकार आदिवासी बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए एक बड़ा कदम उठा रही है। अब उन्हें उनकी अपनी भाषाओं में पढ़ाया जाएगा। यह कदम राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 का हिस्सा है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साई ने शिक्षा विभाग को 18 स्थानीय भाषाओं में किताबें तैयार करने और वितरित करने का निर्देश दिया है। इससे सभी बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सकेगी।
मुख्य बिंदु:
- 18 स्थानीय भाषाओं और बोलियों में किताबें बनाई जाएंगी।
- कौशल सुधारने के लिए व्यावसायिक शिक्षा पर जोर।
- स्कूल नामांकन को प्रोत्साहित करने के लिए शाला प्रवेशोत्सव जैसे विशेष कार्यक्रम।
- 211 स्कूलों को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा।
- तीन भाषा फॉर्मूला लागू किया जाएगा जिससे बहुभाषावाद को बढ़ावा मिलेगा।
एक स्कूल कार्यक्रम के दौरान, मुख्यमंत्री ने छात्रों से बात की जो रोबोट और मिट्टी के बर्तन बना रहे थे। उन्होंने ग्रीष्मकालीन शिविरों और 10वीं और 12वीं कक्षा के लिए दो बोर्ड परीक्षाओं की भी घोषणा की। इसका उद्देश्य बच्चों को उनकी मातृभाषा में सीखने में मदद करना और उन्हें अपनी संस्कृति से जुड़े रहना है।