एस जयशंकर ने जर्मन नेताओं से वैश्विक चुनौतियों और सहयोग पर चर्चा की

एस जयशंकर ने जर्मन नेताओं से वैश्विक चुनौतियों और सहयोग पर चर्चा की

एस जयशंकर ने जर्मन नेताओं से वैश्विक चुनौतियों और सहयोग पर चर्चा की

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बर्लिन में डॉयचे बुंडेस्टाग की विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष माइकल रोथ से मुलाकात की। उन्होंने वर्तमान वैश्विक चुनौतियों पर विचार साझा किए और भारत और जर्मनी के बीच नए सहयोग की संभावनाओं का पता लगाया।

जयशंकर ने जर्मन विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक से भी मुलाकात की। उन्होंने यूक्रेन, गाजा और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की स्थितियों सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। जयशंकर ने भारत-जर्मनी रणनीतिक साझेदारी के महत्व पर जोर दिया, जिसमें व्यापार, निवेश, हरित विकास, कुशल श्रमिकों की गतिशीलता, प्रौद्योगिकी और रक्षा पर ध्यान केंद्रित किया गया।

जयशंकर ने 7वें अंतर-सरकारी परामर्श के लिए बेयरबॉक का भारत में स्वागत करने की उम्मीद जताई। उन्होंने यूरोपीय संघ के साथ सहयोग के महत्व और जर्मनी के समर्थन से मुक्त व्यापार समझौते और अन्य समझौतों पर प्रगति की आवश्यकता का भी उल्लेख किया।

इसके अलावा, जयशंकर ने भारत और जर्मनी के बीच बढ़ती बातचीत और संयुक्त अभ्यासों को उजागर किया, जिसमें इस वर्ष उनकी पहली हवाई अभ्यास भी शामिल है।

Doubts Revealed


एस जयशंकर -: एस जयशंकर भारत के विदेश मंत्री हैं। वह भारत के अन्य देशों के साथ संबंधों का प्रबंधन करने में मदद करते हैं।

माइकल रोथ -: माइकल रोथ एक जर्मन राजनीतिज्ञ हैं जो जर्मनी की संसद, जिसे डॉयचर बुंडेस्टाग कहा जाता है, में विदेश मामलों की समिति का नेतृत्व करते हैं।

डॉयचर बुंडेस्टाग -: डॉयचर बुंडेस्टाग जर्मनी की राष्ट्रीय संसद है। यह वह जगह है जहां जर्मन कानून बनाए और चर्चा की जाती है।

एनालेना बेयरबॉक -: एनालेना बेयरबॉक जर्मनी की विदेश मंत्री हैं। वह जर्मनी के अंतरराष्ट्रीय संबंधों के लिए जिम्मेदार हैं।

बर्लिन -: बर्लिन जर्मनी की राजधानी है। यह वह जगह है जहां कई महत्वपूर्ण सरकारी बैठकें होती हैं।

यूक्रेन -: यूक्रेन पूर्वी यूरोप का एक देश है। यह संघर्षों और चुनौतियों के कारण समाचारों में रहा है।

गाजा -: गाजा मध्य पूर्व का एक छोटा क्षेत्र है। यह अक्सर संघर्षों और मानवीय मुद्दों का सामना करता है।

अंतर-सरकारी परामर्श -: अंतर-सरकारी परामर्श दो देशों की सरकारों के बीच महत्वपूर्ण मुद्दों और सहयोगों पर चर्चा करने के लिए बैठकें होती हैं।

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