DRDO ने रक्षा और एयरोस्पेस तकनीक को बढ़ावा देने के लिए सात नए प्रोजेक्ट्स दिए
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट फंड योजना के तहत विभिन्न उद्योगों को सात नए प्रोजेक्ट्स दिए हैं। इन प्रोजेक्ट्स का उद्देश्य सशस्त्र बलों और एयरोस्पेस क्षेत्र की क्षमताओं को बढ़ाना है।
स्वदेशी परिदृश्य और सेंसर सिमुलेशन टूलकिट
यह प्रोजेक्ट पायलटों के सिम्युलेटर प्रशिक्षण के लिए यथार्थवादी परिदृश्यों का टूलकिट बनाने पर केंद्रित है। इसे ऑक्सीजन 2 इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड, नोएडा को दिया गया है।
पानी के नीचे लॉन्च होने वाला मानव रहित हवाई वाहन
यह प्रोजेक्ट समुद्री युद्धक्षेत्र के लिए इंटेलिजेंस, सर्विलांस और रिकोनिसेंस (ISR) और समुद्री डोमेन जागरूकता (MDA) पर केंद्रित है। इसे सागर डिफेंस इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड, पुणे को दिया गया है।
लंबी दूरी के रिमोटली ऑपरेटेड वाहन
ये वाहन पानी के नीचे की वस्तुओं का पता लगाने और उन्हें निष्क्रिय करने के लिए बनाए जाएंगे। यह प्रोजेक्ट IROV टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड, कोच्चि को दिया गया है।
विमान के लिए बर्फ का पता लगाने वाला सेंसर
यह प्रोजेक्ट उड़ान के दौरान बर्फीली स्थितियों का पता लगाने पर केंद्रित है और इसे क्राफ्टलॉजिक लैब्स प्राइवेट लिमिटेड, बेंगलुरु को दिया गया है।
रडार सिग्नल प्रोसेसर और एक्टिव एंटेना एरे सिम्युलेटर
यह प्रोजेक्ट शॉर्ट-रेंज एरियल वेपन सिस्टम्स के परीक्षण और मूल्यांकन में मदद करेगा। इसे डेटा पैटर्न (इंडिया) लिमिटेड, चेन्नई को दिया गया है।
भारतीय क्षेत्रीय नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम-आधारित टाइमिंग अधिग्रहण और प्रसार प्रणाली
यह प्रोजेक्ट टाइमिंग अधिग्रहण सिस्टम्स को स्वदेशी बनाने पर केंद्रित है और इसे एकॉर्ड सॉफ्टवेयर एंड सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड, बेंगलुरु को दिया गया है।
ग्राफीन-आधारित स्मार्ट और ई-टेक्सटाइल्स
यह प्रोजेक्ट उन्नत नैनोकॉम्पोजिट सामग्री-आधारित ई-टेक्सटाइल्स विकसित करेगा और इसे अलोहाटेक प्राइवेट लिमिटेड, कोयंबटूर को दिया गया है।