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हिमाचल प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए चंडीगढ़ में सम्मेलन आयोजित

हिमाचल प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए चंडीगढ़ में सम्मेलन आयोजित

हिमाचल प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए चंडीगढ़ में सम्मेलन आयोजित

पर्यटन और नागरिक उड्डयन विभाग (DoTCA) ने चंडीगढ़ में एक व्यापार अवसर सम्मेलन का आयोजन किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (HPTDC) के अध्यक्ष आर.के. बाली ने की। सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य एशियाई विकास बैंक (ADB) परियोजना के तहत विश्वस्तरीय पर्यटन बुनियादी ढांचे के विकास के लिए सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों के बीच साझेदारी बनाना था।

सम्मेलन का मुख्य लक्ष्य निजी क्षेत्र के प्रतिभागियों को ADB परियोजना के तहत स्थापित हो रही पर्यटन संपत्तियों के विकास, प्रबंधन और संचालन में शामिल करना था। इस पहल का उद्देश्य पर्यटकों को उत्कृष्ट सुविधाएं और अनुभव प्रदान करना है, जिससे हिमाचल प्रदेश में पर्यटन का सतत विकास हो सके।

इस कार्यक्रम में प्रमुख सरकारी अधिकारी जैसे पर्यटन के प्रधान सचिव देवेश कुमार और पर्यटन और नागरिक उड्डयन की निदेशक मानसी सहाय ठाकुर भी शामिल हुए। इनके साथ ही ताज, आईटीसी, महिंद्रा, ओबेरॉय और सरोवर जैसी प्रमुख होटल श्रृंखलाओं के प्रतिनिधि और डेलॉइट और PwC जैसी परामर्श फर्मों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। मनीला और नई दिल्ली से ADB के अधिकारी भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए, जिससे इस परियोजना की अंतरराष्ट्रीय महत्वता को बल मिला।

अपने संबोधन में आर.के. बाली ने हिमाचल प्रदेश की शांति और सुरक्षा की प्रतिष्ठा को रेखांकित किया, जो इसे पर्यटन निवेश के लिए एक आदर्श स्थान बनाता है। उन्होंने सार्वजनिक-निजी साझेदारी (PPP) के माध्यम से सतत पर्यटन बुनियादी ढांचे के विकास के प्रति राज्य की प्रतिबद्धता को भी उजागर किया।

सम्मेलन में विभिन्न पर्यटन संपत्तियों और परियोजनाओं पर विस्तृत प्रस्तुतियां दी गईं, जिससे राज्य की विश्वस्तरीय पर्यटन सुविधाएं बनाने की प्रतिबद्धता को दर्शाया गया। इस कार्यक्रम में निजी क्षेत्र के डेवलपर्स और ऑपरेटरों से मूल्यवान सुझाव और प्रतिक्रिया प्राप्त करने का प्रयास किया गया, विशेष रूप से डिजाइन, साझेदारी संरचनाओं और ADB पहल के तहत उप-परियोजनाओं के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में। निजी क्षेत्र के प्रतिभागियों ने PPP के लिए पेश की गई संपत्तियों में गहरी रुचि दिखाई, जिससे इन उपक्रमों पर सहयोग करने के प्रति उनकी उत्सुकता स्पष्ट हुई।

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