दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार, कृत्रिम वर्षा का प्रस्ताव

दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार, कृत्रिम वर्षा का प्रस्ताव

दिल्ली की वायु गुणवत्ता की चिंताएँ

वर्तमान वायु गुणवत्ता स्थिति

रविवार को, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार 224 दर्ज किया गया। CAQM की उप-समिति ने IMD/IITM से वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान की समीक्षा की। AQI में कुछ घटनाओं के कारण वृद्धि हुई, लेकिन शाम 5 बजे तक यह 222 पर आ गया और आगे सुधार की उम्मीद है।

सरकारी कार्यवाही और प्रस्ताव

उप-समिति ने GRAP के चरण I को लागू करने से पहले स्थिति की निगरानी करने का निर्णय लिया। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव को कृत्रिम वर्षा का सुझाव दिया, खासकर दिवाली के नजदीक आने के कारण प्रदूषण से निपटने के लिए। राय ने बादल बीजाई प्रयासों में देरी और सरकारी एजेंसियों से पूर्व स्वीकृतियों की आवश्यकता पर जोर दिया। दिल्ली सरकार ने 7 अक्टूबर को एक एंटी-डस्ट अभियान शुरू किया।

Doubts Revealed


वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) -: वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) एक संख्या है जिसका उपयोग यह बताने के लिए किया जाता है कि वर्तमान में हवा कितनी प्रदूषित है या भविष्य में कितनी प्रदूषित होने की संभावना है। यह लोगों को हवा की गुणवत्ता और इसके संभावित स्वास्थ्य प्रभावों को समझने में मदद करता है।

CAQM -: CAQM का मतलब वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग है। यह भारतीय सरकार द्वारा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन और सुधार के लिए स्थापित एक निकाय है।

GRAP चरण I -: GRAP का मतलब ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान है। यह वायु प्रदूषण की गंभीरता के आधार पर उठाए जाने वाले उपायों का एक सेट है। चरण I में कचरा जलाने को रोकना और धूल को नियंत्रित करना जैसे बुनियादी कार्य शामिल हैं।

गोपाल राय -: गोपाल राय दिल्ली के पर्यावरण मंत्री हैं। वह शहर में पर्यावरण और वायु गुणवत्ता के प्रबंधन और सुधार के लिए जिम्मेदार हैं।

कृत्रिम वर्षा -: कृत्रिम वर्षा एक प्रक्रिया है जिसमें बादलों में रसायनों का छिड़काव किया जाता है ताकि उन्हें वर्षा उत्पन्न करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। यह प्रदूषकों को धोकर वायु प्रदूषण को कम करने में मदद कर सकता है।

बादल बीजारोपण -: बादल बीजारोपण एक तकनीक है जिसका उपयोग वर्षा बढ़ाने के लिए वातावरण में पदार्थों के प्रसार द्वारा किया जाता है। इसका अक्सर कृत्रिम वर्षा उत्पन्न करने के लिए उपयोग किया जाता है।

दीवाली -: दीवाली भारत में मनाया जाने वाला एक प्रमुख हिंदू त्योहार है, जिसे रोशनी का त्योहार कहा जाता है। इसमें दीप जलाना, पटाखे फोड़ना और परिवार और दोस्तों के साथ जश्न मनाना शामिल है।

एंटी-डस्ट अभियान -: एंटी-डस्ट अभियान हवा में धूल प्रदूषण को कम करने का एक प्रयास है। इसमें निर्माण स्थलों को ढकने और सड़कों पर पानी का छिड़काव करने जैसे उपाय शामिल हो सकते हैं ताकि धूल को नीचे रखा जा सके।

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