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दिल्ली कोर्ट में 2020 दंगों के मामले में UAPA आरोपों पर सुनवाई जारी

दिल्ली कोर्ट में 2020 दंगों के मामले में UAPA आरोपों पर सुनवाई जारी

दिल्ली कोर्ट में 2020 दंगों के मामले में UAPA आरोपों पर सुनवाई

नई दिल्ली में एक अदालत पूर्व MCD पार्षद ताहिर हुसैन और अन्य के खिलाफ 2020 दिल्ली दंगों से संबंधित आरोपों की जांच कर रही है। यह मामला कड़कड़डूमा कोर्ट में सुना जा रहा है, जहां यह तय किया जा रहा है कि क्या दंगे राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) अधिनियम के तहत अनुसूचित अपराधों के रूप में माने जा सकते हैं।

प्रस्तुत तर्क

ताहिर हुसैन के वकील राजीव मोहन ने तर्क दिया कि दंगे NIA अधिनियम के तहत अनुसूचित अपराध नहीं हैं। उन्होंने समझाया कि UAPA की धारा 15 में उल्लेखित आग्नेयास्त्रों का उपयोग घातक हथियारों जैसे AK47 के लिए होता है, न कि केवल किसी पिस्तौल या राइफल के लिए।

उन्होंने आगे कहा कि अभियोजन पक्ष को यह साबित करना होगा कि आरोपियों की कार्रवाई भारत की संप्रभुता के खिलाफ थी और आतंक फैलाने का इरादा था। मोहन ने कहा कि इस मामले में भारत की संप्रभुता के खिलाफ कोई ऐसा कार्य नहीं किया गया।

कानूनी प्रतिनिधित्व

ताहिर हुसैन के लिए वकील राजीव मोहन और ऋषभ भाटी उपस्थित हुए, जबकि विशेष लोक अभियोजक अमित प्रसाद ने दिल्ली पुलिस का प्रतिनिधित्व किया। अदालत आरोपों पर बहस सुनना जारी रखेगी।

आरोपी व्यक्ति

ताहिर हुसैन के अलावा, आरोपी व्यक्तियों में उमर खालिद, शरजील इमाम, नताशा नरवाल, देवांगना कलिता, सफूरा जरगर, इशरत जहां, अब्दुल खालिद सैफी, मोहम्मद सलीम खान, सलीम मलिक, अथर खान, गुलफिशा फातिमा, आसिफ इकबाल तनहा, मेरान हैदर और अन्य शामिल हैं। इन पर भारतीय दंड संहिता और UAPA के तहत आरोप लगाए गए हैं।

Doubts Revealed


दिल्ली कोर्ट -: दिल्ली कोर्ट भारत की राजधानी नई दिल्ली में एक स्थान है, जहाँ कानूनी मामलों की सुनवाई और निर्णय जजों द्वारा किया जाता है।

यूएपीए -: यूएपीए का मतलब है गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम, जो भारत में एक कानून है जो देश की एकता और सुरक्षा को खतरे में डालने वाली अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए बनाया गया है।

2020 दंगे -: 2020 दंगे फरवरी 2020 में दिल्ली में हुई हिंसक झड़पों को संदर्भित करते हैं, जिसमें विभिन्न समुदाय शामिल थे और जिससे जान-माल का नुकसान हुआ।

ताहिर हुसैन -: ताहिर हुसैन भारत के एक पूर्व राजनेता हैं जिन पर 2020 दिल्ली दंगों में शामिल होने का आरोप है।

एडवोकेट राजीव मोहन -: एडवोकेट राजीव मोहन एक वकील हैं जो ताहिर हुसैन और अन्य के खिलाफ आरोपों के संबंध में अदालत में तर्क प्रस्तुत कर रहे हैं।

एनआईए अधिनियम -: एनआईए अधिनियम राष्ट्रीय जांच एजेंसी अधिनियम को संदर्भित करता है, जो भारत में एक केंद्रीय एजेंसी को राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित करने वाले अपराधों की जांच और अभियोजन की अनुमति देता है।

भारतीय दंड संहिता -: भारतीय दंड संहिता भारत में कानूनों का एक सेट है जो विभिन्न अपराधों और उनकी सज़ाओं को परिभाषित करता है।

संप्रभुता -: संप्रभुता का मतलब है किसी देश की बिना बाहरी हस्तक्षेप के स्वयं को शासित करने की अधिकारिता।
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