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कालकाजी मंदिर घटना: न्यायमूर्ति प्रतिभा एम. सिंह ने रिपोर्ट मांगी

कालकाजी मंदिर घटना: न्यायमूर्ति प्रतिभा एम. सिंह ने रिपोर्ट मांगी

कालकाजी मंदिर घटना: न्यायमूर्ति प्रतिभा एम. सिंह ने रिपोर्ट मांगी

नई दिल्ली में कालकाजी मंदिर में एक दुखद घटना के बाद न्यायमूर्ति प्रतिभा एम. सिंह ने महंत सुरेंद्र नाथ और दिल्ली पुलिस से रिपोर्ट मांगी है। नवरात्रि के दौरान एक 17 वर्षीय लड़के की एक खुली तार के कारण मौत हो गई। न्यायमूर्ति सिंह ने बताया कि इस तरह की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं, जिससे हर साल उचित प्रबंधन के लिए निर्देश जारी करने की आवश्यकता होती है।

रिपोर्ट की मांग

उच्च न्यायालय ने महंत सुरेंद्र नाथ से आयोजन के प्रबंधन के लिए उठाए गए कदमों पर विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है। इसके अलावा, दिल्ली पुलिस को इस दुर्भाग्यपूर्ण मौत पर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है।

प्रबंधन और निगरानी

वर्तमान में मंदिर की देखरेख के लिए कोई प्रशासक नहीं है, हालांकि उच्च न्यायालय ने तीन साल पहले एक प्रशासक नियुक्त किया था। अदालत ने नोट किया कि नियुक्त प्रशासक को वेतन नहीं मिला है। महंत, जिन्हें बारिदार के रूप में पहचाना गया है, अब भीड़ प्रबंधन प्रयासों पर रिपोर्ट देने के लिए जिम्मेदार हैं।

अगले कदम

उच्च न्यायालय ने स्थायी वकील को स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया है, और सोमवार को सुनवाई निर्धारित की गई है। मंदिर में पुनर्विकास कार्य चल रहा है, जो स्थिति को और जटिल बना रहा है।

Doubts Revealed


कालकाजी मंदिर -: कालकाजी मंदिर दिल्ली, भारत में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है। यह देवी काली को समर्पित है और कई भक्तों द्वारा दौरा किया जाता है।

न्यायमूर्ति प्रतिभा एम. सिंह -: न्यायमूर्ति प्रतिभा एम. सिंह दिल्ली उच्च न्यायालय में एक न्यायाधीश हैं। न्यायाधीश कानूनी मामलों में निर्णय लेने के लिए जिम्मेदार होते हैं।

महंत सुरेंद्र नाथ -: महंत सुरेंद्र नाथ कालकाजी मंदिर से जुड़े एक धार्मिक नेता हैं। एक महंत अक्सर मंदिर की गतिविधियों के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार होता है।

दिल्ली पुलिस -: दिल्ली पुलिस कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार कानून प्रवर्तन एजेंसी है, जो भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित है।

बारिदार -: एक बारिदार वह व्यक्ति होता है जिसके पास मंदिर के प्रबंधन में पारंपरिक अधिकार और जिम्मेदारियाँ होती हैं। इस संदर्भ में, महंत सुरेंद्र नाथ कालकाजी मंदिर के बारिदार हैं।

मंदिर पुनर्विकास -: मंदिर पुनर्विकास का अर्थ है मंदिर की संरचना और सुविधाओं का नवीनीकरण या सुधार करना ताकि यह आगंतुकों और भक्तों की बेहतर सेवा कर सके।
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