किरती आज़ाद ने दिल्ली क्रिकेट संघ में निष्पक्ष चुनाव और सुधार की मांग की

किरती आज़ाद ने दिल्ली क्रिकेट संघ में निष्पक्ष चुनाव और सुधार की मांग की

किरती आज़ाद ने दिल्ली क्रिकेट संघ में निष्पक्ष चुनाव और सुधार की मांग की

नई दिल्ली, 22 जुलाई: दिल्ली उच्च न्यायालय ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर किरती आज़ाद की याचिका पर 1 अगस्त को सुनवाई निर्धारित की है। आज़ाद ने दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ (DDCA) में एक प्रशासक नियुक्त करने और एक परिवार-एक वोट प्रणाली के आधार पर चुनावी सूची को पुनः तैयार करने की मांग की है।

याचिका का विवरण

न्यायमूर्ति सुधीर कुमार जैन की पीठ 1 अगस्त, 2024 को इस मामले पर विचार करेगी। वरिष्ठ अधिवक्ता विकास सिंह, जो आज़ाद का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, ने अदालत से इस मामले को जनहित याचिका (PIL) के रूप में मानने और इसे डिवीजन बेंच को स्थानांतरित करने का अनुरोध किया।

आज़ाद की याचिका में DDCA में एक पारदर्शी और निष्पक्ष सदस्यता प्रणाली की मांग की गई है, जिसमें आवेदकों के लिए एक स्पष्ट प्रतीक्षा सूची शामिल हो। उनका तर्क है कि वर्तमान प्रणाली अनियमित है और चुनिंदा परिवारों को लाभ पहुंचाती है, जिससे एकाधिकार बनता है। याचिका में यह भी मांग की गई है कि केवल वे ही लोग जो समय पर अपने क्लब सदस्यता शुल्क का भुगतान करते हैं, उन्हें चुनावों में वोट देने की अनुमति दी जानी चाहिए।

उठाए गए मुद्दे

आज़ाद का दावा है कि DDCA की सदस्यता प्रक्रिया में दिशानिर्देशों की कमी है और अधिकारियों द्वारा अपने रिश्तेदारों और कर्मचारियों को लाभ पहुंचाने के लिए इसे हेरफेर किया जाता है। इससे फर्जी मतदान और अनुचित चुनाव होते हैं, जिसके परिणामस्वरूप कुछ परिवार संघ को नियंत्रित करते हैं। याचिका में कहा गया है कि इस भ्रष्टाचार का असर टीम चयन पर पड़ता है, जिससे योग्य खिलाड़ी बाहर रह जाते हैं और दिल्ली टीम रणजी ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी जैसी प्रतियोगिताओं में खराब प्रदर्शन करती है।

प्रस्तावित सुधार

इन मुद्दों को हल करने के लिए, आज़ाद ने एक नई सदस्यता प्रणाली का सुझाव दिया है जो निष्पक्षता सुनिश्चित करती है और एक परिवार को एक वोट तक सीमित करती है। इससे DDCA के पद स्थायी शक्ति के पद नहीं बनेंगे और मौजूदा एकाधिकार समाप्त हो जाएगा।

Doubts Revealed


कीर्ति आज़ाद -: कीर्ति आज़ाद एक पूर्व भारतीय क्रिकेटर हैं जिन्होंने राष्ट्रीय टीम के लिए खेला। अब वह राजनीति और क्रिकेट प्रशासन में शामिल हैं।

दिल्ली उच्च न्यायालय -: दिल्ली उच्च न्यायालय भारत का एक न्यायालय है जो दिल्ली क्षेत्र में कानूनी मामलों से निपटता है। यह देश के उच्च न्यायालयों में से एक है।

याचिका -: याचिका एक औपचारिक अनुरोध है जो किसी अदालत से किसी विशिष्ट कार्रवाई या निर्णय के लिए किया जाता है।

प्रशासक -: प्रशासक वह व्यक्ति होता है जिसे किसी संगठन या संस्था के संचालन को प्रबंधित और देखरेख करने के लिए नियुक्त किया जाता है।

दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) -: डीडीसीए एक संगठन है जो दिल्ली क्षेत्र में क्रिकेट गतिविधियों और टीमों का प्रबंधन करता है।

मतदाता सूची -: मतदाता सूची उन लोगों की सूची है जो चुनाव में वोट देने के लिए पात्र हैं।

एक परिवार-एक वोट प्रणाली -: इस प्रणाली का मतलब है कि प्रत्येक परिवार से केवल एक व्यक्ति वोट कर सकता है, ताकि कुछ परिवारों को बहुत अधिक नियंत्रण न मिल सके।

भ्रष्टाचार -: भ्रष्टाचार बेईमान या अवैध व्यवहार है, विशेष रूप से शक्तिशाली लोगों द्वारा, जैसे अधिकारी या प्रबंधक।

भाई-भतीजावाद -: भाई-भतीजावाद तब होता है जब सत्ता में बैठे लोग अपने परिवार के सदस्यों को नौकरी या उपकार देते हैं, भले ही वे योग्य न हों।

पारदर्शी सदस्यता प्रणाली -: एक पारदर्शी सदस्यता प्रणाली वह होती है जहां नियम और प्रक्रियाएं स्पष्ट और खुली होती हैं, ताकि हर कोई जान सके कि चीजें कैसे काम करती हैं और कोई धोखाधड़ी न हो।

एकाधिकार -: एकाधिकार तब होता है जब एक व्यक्ति या समूह का किसी चीज़ पर पूरा नियंत्रण होता है, जिससे दूसरों के लिए यह अनुचित हो जाता है।

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